Aniruddh Singh
7 Nov 2025
Aniruddh Singh
7 Nov 2025
मुबई। भारतीय शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 300 अंकों से अधिक गिरकर लाल निशान में चला गया, वहीं निफ्टी 25,100 के नीचे आ गया। इस गिरावट के पीछे मुख्य कारण अमेरिकी एच-1बी वीजा नियमों से जुड़ी आशंकाएं और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली रही। निवेशकों की धारणा पर दबाव इतना हावी रहा कि त्योहारों के मौसम में खपत बढ़ने की उम्मीदें भी इसका असर कम नहीं कर पाईं। आज के कारोबार में ज्यादातर सेक्टर्स लाल निशान में दिखाई दे रहे हैं। वित्तीय सेवाएं, आईटी, रियल एस्टेट, ऊर्जा और कंज़्यूमर ड्यूरेबल्स सभी में गिरावट देखने को मिली। हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने बाजार की धारणा को चुनौती देते हुए हरे निशान में कारोबार किया और हल्की बढ़त दर्ज की। इसका मतलब है कि निवेशक अभी भी सरकारी बैंकों को लेकर आशावादी बने हुए हैं।
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टाटा मोटर्स के शेयरों पर भी दबाव दिखा और यह 1.55% गिरकर 690.50 रुपये पर आ गया। कंपनी की ब्रिटिश सहायक इकाई जैगुआर लैंड रोवर ने साइबर हमले के चलते उत्पादन रोकने का फैसला किया है, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई। इसके विपरीत, श्री लोटस डेवलपर्स के शेयर 4% उछल गए क्योंकि मोतीलाल ओसवाल ने इस पर कवरेज शुरू करते हुए 250 रुपए का लक्ष्य दिया। टॉप लूजर्स की सूची में अडाणी समूह की कंपनियां प्रमुख रहीं। सुबह 10:10 बजे तक अडाणी पावर 4.93% गिरकर 154.35 रुपए पर आ गई। अडाणी टोटल गैस 4.07% गिरकर 693.50 रुपए, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस 2.69% गिरकर 898.35 रुपए और अडाणी ग्रीन एनर्जी 2.55% गिरकर 1,102 रुपये पर कारोबार कर रही है। इसके अलावा गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन भी 2.55% गिरकर 611.40 रुपए पर आ गया। यह दिखाता है कि बाजार की कमजोरी ने बड़ी कंपनियों को भी नहीं छोड़ा।
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हालांकि, इसी बीच निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स मजबूती से ट्रेड कर रहा था। इंडियन बैंक 2.85% चढ़कर 714.90 रुपये पर पहुंचा। कैनरा बैंक में 1.74% की तेजी रही और यह 124.02 रुपए पर कारोबार कर रहा था। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब एंड सिंध बैंक सभी में 0.75% से 0.95% के बीच बढ़त देखने को मिली। यह साफ संकेत है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बीच घरेलू निवेशक सरकारी बैंकों पर भरोसा जता रहे हैं। आज बाजार में दो बड़े आईपीओ भी खुले। जैन रिसोर्स रीसाइक्लिंग ने 1,250 करोड़ रुपए का आईपीओ लॉन्च किया है। इसका प्राइस बैंड 220-232 रुपए प्रति शेयर तय किया गया है। इस आईपीओ के जरिए कंपनी 8,006 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है।
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जैन रिसोर्स रीसाइक्लिंग गैर-लौह धातुओं की रीसाइक्लिंग में अग्रणी है और उसने वित्त वर्ष 2025 में मजबूत राजस्व और मुनाफे की वृद्धि दर्ज की है। इसके साथ ही एपैक प्रीफैब टेक्नोलॉजीज ने भी 504 करोड़ रुपए का आईपीओ लॉन्च किया। इस आईपीओ का प्राइस बैंड 194-204 रुपए प्रति शेयर तय किया गया है। कंपनी प्री-इंजीनियर्ड बिल्डिंग्स और ईपीएस पैकेजिंग के क्षेत्र में काम करती है और उसने कई बड़ी परियोजनाएं पूरी की हैं। आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग क्षमता विस्तार के लिए किया जाएगा। कुल मिलाकर, बाजार में चौतरफा बिकवाली का माहौल है। विदेशी निवेशकों की निकासी और वैश्विक नीतिगत चिंताओं ने निवेश धारणा को कमजोर किया है। हालांकि, पीएसयू बैंकिंग सेक्टर में हल्की मजबूती और नए आईपीओ ने निवेशकों को कुछ हद तक राहत दी है। फिर भी समग्र माहौल सतर्कता का है और बाजार फिलहाल नकारात्मक रुख में बना हुआ है।