Aniruddh Singh
20 Dec 2025
वाशिंगटन डीसी। टेस्ला के सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क को अमेरिका की डेलावेयर सुप्रीम कोर्ट से बड़ी कानूनी राहत मिली है। अदालत ने सात साल बाद उस फैसले को पलट दिया है, जिसके तहत मस्क का 55 अरब डॉलर का वेतन पैकेज रद्द कर दिया गया था। टेस्ला ने वर्ष 2018 में मस्क को एक प्रोत्साहन पैकेज दिया था, ताकि वह कंपनी को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकें। अब इस फैसले के बाद एलन मस्क को दोबारा यह ऐतिहासिक मुआवजा मिलने का रास्ता साफ हो गया है। इस फैसले का सीधा असर एलन मस्क की पहले से विशाल संपत्ति पर पड़ा है। उनकी कुल संपत्ति पहले ही लगभग 679 अरब डॉलर आंकी जा रही थी, और अब यह वेतन पैकेज बहाल होने से उनकी संपत्ति में और इजाफा होगा।
यह पैकेज दुनिया के कॉपोर्रेट इतिहास में अब तक के सबसे बड़े पैकेजों में से है, जिसे टेस्ला के प्रदर्शन से जुड़े लक्ष्यों के आधार पर तय किया गया था। दरअसल, जनवरी 2024 में डेलावेयर की एक निचली अदालत ने यह कहते हुए इस वेतन पैकेज को रद्द कर दिया था कि इसे मंजूरी देने की प्रक्रिया में शेयरधारकों के हितों की पर्याप्त रक्षा नहीं की गई। यह मामला टेस्ला के एक असंतुष्ट शेयरधारक द्वारा दायर किया गया था। उस समय अदालत की चांसलर कैथलीन सेंट जूड मैककॉर्मिक ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि एलन मस्क का प्रभाव इतना अधिक था कि बोर्ड पूरी तरह स्वतंत्र होकर निर्णय नहीं ले सका। हालांकि, डेलावेयर सुप्रीम कोर्ट ने अब उस निर्णय को पलटते हुए मस्क के पक्ष में फैसला सुनाया है।
इस फैसले को मस्क की उस दलील की जीत के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें वह लगातार कहते रहे हैं कि डेलावेयर की कानूनी व्यवस्था ने अपनी सीमाओं से बाहर जाकर हस्तक्षेप किया था। अदालत के इस ताजा फैसले से न केवल एलन मस्क को व्यक्तिगत राहत मिली है, बल्कि यह अमेरिका में कॉपोर्रेट गवर्नेंस और सीईओ वेतन पैकेज से जुड़े मामलों में एक अहम मिसाल भी बन सकता है। फिलहाल, टेस्ला की ओर से इस फैसले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन इतना साफ है कि यह निर्णय एलन मस्क के लिए कानूनी, आर्थिक और प्रतिष्ठात्मक-तीनों स्तरों पर एक बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है, जिसका असर आने वाले समय में कॉपोर्रेट जगत में दूर तक महसूस किया जा सकता है।