Aniruddh Singh
8 Sep 2025
नई दिल्ली। स्पाइसजेट एयरलाइन ने बताया है कि उसने क्रेडिट सुइस को 24 मिलियन अमेरिकी डॉलर का पूरा भुगतान कर दिया है। यह भुगतान मई 2022 में दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते के तहत किया गया। इस समझौते के साथ ही स्पाइसजेट ने लंबे समय से चले आ रहे बड़े वित्तीय दायित्व को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। यह देनदारी उस समय की है, जब एयरलाइन के वर्तमान प्रमोटर ने कंपनी का प्रभार नहीं संभाला था। कंपनी का कहना है कि इस भुगतान की सफलतापूर्वक पूर्ति न केवल उसकी वित्तीय प्रतिबद्धताओं को निभाने के संकल्प को दर्शाती है, बल्कि बैलेंस शीट को मजबूत करने और दीर्घकालिक स्थिरता बनाने के प्रयासों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। क्रेडिट सुइस और उसकी सहयोगी कंपनी एसआर टेक्निक्स का मूल दावा 41.77 मिलियन अमेरिकी डॉलर का था। हालांकि, मई 2022 में दोनों पक्षों ने बातचीत के बाद इसे 24 मिलियन डॉलर में निपटाने पर सहमति जताई।
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यह राशि एक भुगतान योजना के तहत दी जानी थी, जिसे अब पूरी तरह चुका दिया गया है। इस तरह स्पाइसजेट ने अपनी पुरानी और जटिल वित्तीय समस्या को समाप्त कर दिया है। यह देनदारी एयरलाइन के पुराने वाणिज्यिक समझौतों से जुड़ी थी। स्पाइसजेट के चीफ बिजनेस ऑफिसर, देबोजो महर्षि ने कहा कि इस भुगतान की पूर्ति कंपनी की प्रतिबद्धता और क्षमता दोनों को दिखाती है। उन्होंने कहा कि इस निपटान से पुराने वित्तीय बोझ को समाप्त किया है। इससे यह भी साबित हो गया है कि चुनौतियों के बावजूद स्पाइसजेट अपने वादों को पूरा करने में सक्षम है। उन्होंने आगे कहा स्पाइसजेट पहले से अधिक वित्तीय रूप से मजबूत, लचीला और विकास एवं लाभप्रदता पर पूरी तरह केंद्रित है।
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कंपनी ने कहा इस भुगतान के पूरा होने के बाद उसकी बैलेंस शीट पर एक बड़ी राहत मिली है। इससे निवेशकों और अन्य हितधारकों के बीच कंपनी की साख और विश्वास में वृद्धि होगी। लंबे समय से चली आ रही यह देनदारी कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर दबाव डाल रही थी, लेकिन अब इसके समाप्त होने से स्पाइसजेट अपने भविष्य की रणनीतियों और विस्तार योजनाओं पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर सकेगी। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब विमानन उद्योग कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिसमें ईंधन की बढ़ती कीमतें, प्रतिस्पर्धा और संचालन लागत में वृद्धि शामिल हैं। इसके बावजूद स्पाइसजेट ने यह साबित कर दिया है कि वह अपने पुराने विवादों और वित्तीय संकटों को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ने के लिए तैयार है।
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