Aniruddh Singh
30 Oct 2025
Aniruddh Singh
29 Oct 2025
लंदन। एशियाई बाजारों में सोने की कीमतों ने लगातार चार दिनों की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया है। गुरुवार को फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में की गई कटौती और अमेरिका-चीन के बीच हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद सोने में हल्की मजबूती देखने को मिली। स्पॉट गोल्ड 1% की बढ़त के साथ 3,967.03 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स मामूली गिरावट के साथ 3,983.10 डॉलर पर दर्ज किया गया। पिछले हफ्ते सोना 4,300 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर से नीचे आ गया था, क्योंकि निवेशकों ने मुनाफावसूली की और सुरक्षित निवेश की मांग में कमी आई। फेडरल रिज़र्व ने अपनी बेंचमार्क ब्याज दर में चौथाई प्रतिशत की कटौती कर इसे 3.75%-4.00% के दायरे में कर दिया।
ब्याज दरों में कटौती का असर आमतौर पर सोने पर सकारात्मक होता है, क्योंकि कम ब्याज दरें डॉलर को कमजोर करती हैं और गैर-उपज वाले संपत्तियों जैसे सोने की आकर्षण बढ़ाती हैं। हालांकि, फेड चेयर जेरोम पॉवेल ने यह कहकर बाजार की उम्मीदों को सीमित कर दिया कि दिसंबर में फिर से दरों में कटौती निश्चित नहीं है। उनकी यह सावधानी भरी टिप्पणी इस संकेत का प्रतीक थी कि फेड आगे और ढील देने से पहले आर्थिक संकेतकों का आकलन करेगा। परिणामस्वरूप, सोने की तेजी सीमित रही। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच दक्षिण कोरिया के बुसान में हुई मुलाकात ने बाजार को कुछ और समर्थन दिया।
ट्रंप ने शी जिनपिंग के साथ बैठक को शानदार बताया और घोषणा की कि अमेरिका चीन पर लगाए गए टैरिफ को 57% से घटाकर 47% करेगा। साथ ही, चीन ने अमेरिकी सोयाबीन की बड़ी मात्रा में खरीद फिर से शुरू करने और रेयर अर्थ मेटल्स के निर्यात पर लगी कुछ पाबंदियों को ढील देने पर सहमति जताई। हालांकि, सेमीकंडक्टर और कृषि उत्पादों से जुड़ी नीतियों पर कोई ठोस समझौता नहीं हुआ। बाजार अब इन घोषणाओं के वास्तविक क्रियान्वयन पर नजर बनाए हुए है। व्यापार नीति की इस अनिश्चितता ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया, जिससे इसकी कीमतें 3,900 डॉलर प्रति औंस से ऊपर टिक गईं।
दूसरी ओर, अन्य धातुओं में मिश्रित रुझान रहा। चांदी के वायदा अनुबंधों में 0.7% की गिरावट आई और यह 47.605 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई, प्लेटिनम 0.7% बढ़कर 1,594.80 डॉलर पर पहुंच गया। औद्योगिक धातु तांबे की कीमतों में गिरावट आई, जो बुधवार को रिकॉर्ड 11,200 डॉलर प्रति टन तक पहुंच गई थी। लंदन मेटल एक्सचेंज पर तांबा 1.3% घटकर 11,019 डॉलर प्रति टन रहा। इंडोनेशिया में फ्रीपोर्ट की ग्रासबर्ग खान में आपूर्ति बाधित होने और जोखिम लेने की प्रवृत्ति बढ़ने से तांबे की कीमतों में तेजी आई थी। फेड की नरम नीतिगत रुख और अमेरिका-चीन बैठक से निकली अनिश्चितताओं ने सोने को अस्थायी राहत दी है। जब तक वैश्विक आर्थिक तस्वीर स्पष्ट नहीं होती, तब तक सोना सुरक्षित निवेश के रूप में सीमित बढ़त बनाए रख सकता है।