Garima Vishwakarma
19 Nov 2025
प्यार या छत? यह सवाल आज भारत के बड़े शहरों में रह रहे युवाओं के सामने खड़ा है। रिश्तों का नया चेहरा होबोसेक्सुअलिटी इसमें लोग अपने पार्टनर के साथ सिर्फ प्यार के लिए नहीं, बल्कि महंगे किराए और बढ़ते खर्च से बचने के लिए भी जुड़ते हैं। बड़े शहरों में घर खरीदना या किराए पर लेना अब आम लोगों के बस की बात नहीं रह गई। प्रॉपर्टी की कीमतें रोज नई ऊंचाइयों को छू रही हैं और किराया भी लगातार बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में लोगों का अकेले रहना मुश्किल हैं। इसी वजह से एक नया ट्रेंड सामने आ रहा है होबोसेक्सुअलिटी।
होबोसेक्सुअलिटी का मतलब है ऐसा रिश्ता जहां एक व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ सिर्फ प्यार के लिए नहीं, बल्कि रहने की जगह और आर्थिक सहारे के लिए जुड़ता है। इसमें अक्सर एक साथी पूरी तरह से दूसरे पर आर्थिक और भावनात्मक रूप से निर्भर हो जाता है।
होबोसेक्सुअल शब्द सबसे पहले पश्चिमी देशों के इंटरनेट कल्चर से आया। इसका इस्तेमाल उन लोगों के लिए किया गया जो प्यार से ज्यादा रहने की जगह के लिए डेटिंग करते हैं। धीरे-धीरे यह ट्रेंड भारत के बड़े शहरों में भी दिखाई देने लगा है।
ऐसे हालात में लोग रिश्तों को सिर्फ इमोशन्स से नहीं, बल्कि खर्च बांटने के आसान तरीके के तौर पर देखने लगे हैं।