Shivani Gupta
23 Oct 2025
छत्तीसगढ़ पुलिस के सीनियर IPS अधिकारी रतनलाल डांगी पर यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा है। यह आरोप पुलिस विभाग में पदस्थ एक एसआई की पत्नी ने लगाया है। महिला ने 15 अक्टूबर को पुलिस मुख्यालय जाकर डीजीपी को लिखित शिकायत दी। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी आईजी आनंद छाबड़ा को सौंपी गई है।
महिला ने शिकायत में कहा कि पिछले 7 वर्षों से रतनलाल डांगी उसका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं। उसने बताया कि साल 2017 में कोरबा में उनकी पहली मुलाकात हुई थी, जब डांगी एसपी पद पर तैनात थे। बाद में दोनों के बीच सोशल मीडिया और वीडियो कॉल पर बातचीत बढ़ी। महिला के अनुसार, जब डांगी राजनांदगांव, सरगुजा और बिलासपुर में आईजी रहे, तब भी उन्होंने उसे परेशान करना जारी रखा। वह कहती हैं कि बिलासपुर में उत्पीड़न और बढ़ गया और बंगले पर बुलाने से लेकर तबादले की धमकियां देने तक की घटनाएं हुईं।
महिला ने दावा किया कि IPS डांगी वीडियो कॉल पर सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक संपर्क में रहने का दबाव डालते थे। उनके पास कई आपत्तिजनक डिजिटल साक्ष्य भी मौजूद हैं। महिला का कहना है कि डांगी अपनी पत्नी की गैरमौजूदगी में बंगले पर बुलाते थे और न आने पर तबादले की धमकी देते थे।
महिला के आरोपों पर IPS रतनलाल डांगी ने खुद को निर्दोष बताया है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता महिला उन्हें ब्लैकमेल और बदनाम करने की कोशिश कर रही है। डांगी के अनुसार, उन्होंने पहले ही डीजीपी को ब्लैकमेलिंग की शिकायत दी थी और उसी के बाद महिला ने यह झूठे आरोप लगाए।
डांगी ने डीजीपी को भेजी शिकायत में बताया कि महिला ने उन्हें जहर लेकर धमकाया, उनसे कहा कि वे अपनी पत्नी और परिवार से सारे रिश्ते तोड़ दें, व्हाट्सऐप पर पत्नी को ब्लॉक करें, उससे बात न करें और वीडियो कॉल पर दिनभर लोकेशन शेयर करें। उन्होंने आरोप लगाया कि महिला ने उनके निजी पलों के स्क्रीनशॉट लेकर धमकाया, अगर शर्तें न मानीं तो फोटोज वायरल करने और डीजीपी को शिकायत करने की धमकी दी। डांगी का कहना है कि महिला ने आत्महत्या का नाटक कर, उनके परिवार को तोड़ने और बेटे का तलाक करवाने तक की धमकी दी।
इस पूरे मामले की जांच का जिम्मा आईजी आनंद छाबड़ा को सौंपा गया है। जांच अधिकारी सबसे पहले महिला का बयान और डिजिटल साक्ष्य इकट्ठा करेंगे। इसके बाद IPS डांगी का बयान रिकॉर्ड किया जाएगा। जांच में महिला अफसरों को भी शामिल किया गया है। फिलहाल, जांच रिपोर्ट आने में समय लगेगा।
2003 बैच के IPS अधिकारी हैं। बीजापुर, कांकेर, कोरबा और बिलासपुर में एसपी रह चुके हैं। सरगुजा, दुर्ग और बिलासपुर रेंज में आईजी के रूप में कार्य कर चुके हैं। वर्तमान में चंदखुरी पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के निदेशक हैं।
यह केस अब छत्तीसगढ़ पुलिस महकमे का हाई प्रोफाइल मामला बन गया है। दोनों पक्षों के आरोपों के बाद अब सबकी नजर आईजी आनंद छाबड़ा की जांच रिपोर्ट पर है, जो तय करेगी कि सच कौन बोल रहा है – महिला या IPS अधिकारी डांगी।