Aniruddh Singh
29 Sep 2025
Aniruddh Singh
29 Sep 2025
Aniruddh Singh
29 Sep 2025
Aniruddh Singh
29 Sep 2025
Aniruddh Singh
28 Sep 2025
सिंगापुर। सोमवार को एशियाई व्यापार में सोने की कीमतें नए ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गईं हैं। इसका मुख्य कारण अमेरिकी सरकार के संभावित शटडाउन का खतरा और ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदें रहीं हैं। निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख किया, जिससे इसकी कीमत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। स्पॉट गोल्ड 3,812 डॉलर प्रति औंस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जबकि दिसंबर डिलीवरी वाला गोल्ड फ्यूचर्स 3,839.05 डॉलर प्रति औंस तक बढ़ गया। अन्य कीमती धातुओं में भी तेजी देखने को मिली। कमजोर डॉलर और महंगाई के आंकड़े उम्मीदों के मुताबिक आने से बाजार को फेडरल रिजर्व द्वारा आगे और ब्याज दर कटौती की संभावना पर भरोसा मिला। चांदी और प्लेटिनम दोनों 10 साल से भी अधिक ऊंचाई पर पहुंच गए हैं।
ये भी पढ़ें: शेयर बाजारः दिन के उच्च स्तर से 400 अंक से ज्यादा टूटा सेंसेक्स, निफ्टी 24,624 के नीचे
सोने और कीमती धातुओं की मांग अमेरिकी राजनीतिक संकट से भी बढ़ी है। इस हफ्ते अमेरिकी सरकार के आंशिक शटडाउन की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि संघीय संचालन के लिए आवंटित फंड 30 सितंबर की मध्यरात्रि को समाप्त हो जाएगा और कांग्रेस अब तक कोई नया बजट या अस्थायी प्रावधान पारित नहीं कर पाई है। रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच समझौते की कोशिशें जारी हैं, लेकिन दोनों की मांगें अलग-अलग हैं। रिपब्लिकन नवंबर तक के लिए अस्थायी फंडिंग बिल चाहते हैं, जबकि डेमोक्रेट्स स्वास्थ्य सेवाओं और मेडिकेड खर्च में हाल की कटौतियों को वापस लेने की शर्त रख रहे हैं। कांग्रेस के नेता सोमवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं, ताकि इस गतिरोध का समाधान निकाला जा सके।
यदि समझौता नहीं हुआ और शटडाउन की स्थिति बनी तो अमेरिकी सरकार के सामने बहुत बड़ी मुश्किल खड़ी हो जाएगी। इसका असर आर्थिक गतिविधियों और डेटा प्रकाशन पर पड़ेगा। उदाहरण के लिए, इस हफ्ते जारी होने वाला महत्वपूर्ण नॉन-फार्म पेरोल डेटा भी टल सकता है। पिछली बार 2018-19 में अमेरिकी सरकार को 35 दिनों के लिए इस स्थिति का सामना करना पड़ा था। जिससे लगभग 11 अरब डॉलर का जीडीपी में नुकसान हुआ था। सोने के साथ-साथ चांदी और प्लेटिनम ने भी जोरदार छलांग लगाई। स्पॉट सिल्वर 2% से ज्यादा बढ़कर 47.17 डॉलर प्रति औंस पर जा पहुंचा, जो 14 साल का उच्च स्तर है। प्लेटिनम 3.2% उछलकर 1,626 डॉलर प्रति औंस तक जा पहुंचा, जो 12 साल का रिकॉर्ड है।
ये भी पढ़ें: साल 2025 में सिल्वर ईटीएफ ने अब तक निवेशकों को दिया लगभग 55% तक का शानदार रिटर्न
इन धातुओं की कीमतों में आई तेजी से निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ है। धातु बाजार को कमजोर डॉलर ने भी सहारा दिया। साथ ही, निवेशकों की यह धारणा मजबूत हुई कि फेडरल रिजर्व अक्टूबर और संभवतः दिसंबर में ब्याज दरों में और कटौती करेगा। अगस्त के लिए जारी पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर (पीसीई) डेटा उम्मीदों के मुताबिक रहा, जिससे दर कटौती की संभावना और बढ़ गई। हालांकि, कोर पीसीई डेटा ने दिखाया कि महंगाई अब भी फेड के 2% वार्षिक लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है। सीएमई फेडवॉच के मुताबिक, बाजार 91.9% संभावना मान रहा है कि अक्टूबर में फेड 25 आधार अंकों की कटौती करेगा।
वहीं दिसंबर में एक और 25 आधार अंक की कटौती की संभावना 64.2% बताई जा रही है। इन उम्मीदों ने सोने, चांदी और प्लेटिनम जैसी धातुओं की कीमतों को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। औद्योगिक धातुओं में भी तेजी रही। लंदन मेटल एक्सचेंज पर कॉपर फ्यूचर्स 0.6% बढ़कर 10,276.45 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया, जबकि कॉमेक्स पर कॉपर फ्यूचर्स 1.3% चढ़कर 4.80 डॉलर प्रति पाउंड रहा। कुल मिलाकर, अमेरिकी शटडाउन की आशंका और दर कटौती की उम्मीदों ने धातु बाजार को नई जान दे दी है।