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Aakash Waghmare
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Mithilesh Yadav
21 Oct 2025
इंदौर के हातोद स्थित रेशम केंद्र गौशाला में बुधवार को गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और गौवंश की सेवा की। उन्होंने गाय के बछड़े को गोद में उठाकर दुलार भी किया, जिससे वहां मौजूद श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल दिखा।
इस मौके पर नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा- 'टाइगर अभ्यारण हो सकता है, लेकिन गौ अभ्यारण नहीं। गौमाता तो हमारी संस्कृति में माता के रूप में प्रतिष्ठित हैं।' उन्होंने कहा कि समय के साथ खेती के तौर-तरीके बदल गए हैं, सिंचाई के साधन और ट्रैक्टरों की सुविधा बढ़ी है, लेकिन प्राकृतिक खेती की महत्ता कम नहीं हुई। सीएम ने कहा कि जो किसान जैविक खेती के लिए पंजीयन कराएंगे, उन्हें एमएसपी के साथ अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि रासायनिक खादों के अत्यधिक उपयोग से जमीन की उर्वरता और स्वास्थ्य दोनों प्रभावित होते हैं, इसलिए प्राकृतिक और जैविक खेती को अपनाना समय की जरूरत है।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रदेश की सभी गौशालाओं को आने वाले समय में ‘गौमंदिर’ के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा- मध्यप्रदेश के किसी नगर निगम में अब पिंजरा पोल नहीं चलेगा, बल्कि केवल गौशालाओं का संचालन होगा। उन्होंने बताया कि गाय का दूध और घी शरीर को संपूर्ण पोषण प्रदान करते हैं, और इनके नियमित सेवन से कई बीमारियों से बचाव होता है। सीएम ने कहा, जहां भी जाएं, अपनी जड़ों से जुड़े रहें- गांव की संस्कृति ही हमारी असली पहचान है, सच्चा भारत गांवों में बसता है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गोवर्धन पर्वत का आकर्षक स्वरूप तैयार करने वाली बालिका महक शर्मा को प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से नई पीढ़ी में संस्कृति के प्रति लगाव बढ़ता है।
कार्यक्रम में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सभी जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा- हर विधायक हर साल अपनी क्षेत्र की गौशाला को 5 लाख रुपए और सांसद 10 लाख रुपए दें। उन्होंने कहा कि बच्चों में संस्कार बढ़ाने के लिए जन्मदिन गौमाता की सेवा कर मनाना चाहिए। गौशालाओं में जाकर गायों को दलिया खिलाने की परंपरा शुरू की जानी चाहिए, क्योंकि यह गायों के लिए पौष्टिक आहार है।
विजयवर्गीय ने कहा- इंदौर की हातोद गौशाला प्रदेश की चुनिंदा बेहतर गौशालाओं में से एक है। किसानों को कभी भी अपनी गाय कसाई के हाथ नहीं बेचनी चाहिए। यदि पालन में दिक्कत आए तो उन्हें गौशालाओं में छोड़ दें।
कैलाश विजयवर्गीय ने जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट से कहा कि चूंकि यह गौशाला उनके विधानसभा क्षेत्र में आती है, इसलिए यहां किसी तरह की कमी न आने दें।
उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा- गौशाला के महाराज अच्युतानंद जी आपसे एक रुपया मांगें तो दो देना, और पांच मांगें तो दस।
मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने प्रदेशवासियों से गौ सेवा और संरक्षण में जुड़ने की अपील की। सीएम ने कहा कि गौवंश केवल धर्म का नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था का भी आधार है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गौशालाओं के विस्तार, गौचर भूमि संरक्षण और जैविक कृषि को प्रोत्साहन देने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।