Priyanshi Soni
22 Oct 2025
Aakash Waghmare
21 Oct 2025
भोपाल। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा ऐलान किया। उन्होंने साफ कहा कि वह 2029 का लोकसभा चुनाव झांसी से ही लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी अनुमति देगी तो वह चुनाव मैदान में जरूर उतरेंगी। उमा ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अब भी सक्रिय राजनीति से दूर नहीं हैं, बल्कि गाय और गंगा संरक्षण के अपने अभियानों के माध्यम से समाज और राजनीति दोनों में योगदान दे रही हैं।
उमा भारती ने कहा, मैं 2029 का चुनाव झांसी से ही लड़ूंगी। लड़ूंगी तो झांसी से ही लड़ूंगी। मेरी इच्छा लोकसभा चुनाव लड़ने की ही है। पार्टी कहेगी तो चुनाव लड़ूंगी, मना नहीं करूंगी। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में हाशिए पर नहीं हैं, बल्कि 'गाय और गंगा' जैसे मुद्दों पर लगातार काम कर रही हैं। उमा ने स्पष्ट किया कि इन अभियानों का उद्देश्य कोई राजनीतिक लाभ नहीं, बल्कि समाज के हित में जनजागरण है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि 29 अक्टूबर, गोपाष्टमी के दिन से वह गौ संवर्धन अभियान की शुरुआत करेंगी, जो डेढ़ साल तक चलेगा। उन्होंने कहा कि अभियान में ग्राम पंचायतों को जोड़ा जाएगा और किसानों को भी इसमें शामिल किया जाएगा। उमा ने सुझाव दिया कि 'लाड़ली बहनों' को दो-दो गाय दी जाएं, क्योंकि महिलाएं ही गायों की देखभाल बेहतर तरीके से कर सकती हैं। उन्होंने कहा- 'गाय तब बचेगी जब किसान चाहेगा। गौ और गंगा आत्मनिर्भर भारत की धुरी हैं।'
उमा भारती ने बताया कि 4 नवंबर से गंगा सफाई का अभियान भी शुरू किया जाएगा। इस दिन देशभर से प्रमुख लोग प्रयागराज पहुंचेंगे और सामूहिक रूप से गंगा की सफाई में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि 'अरब देशों में पेट्रोलियम से कोष बनता है, उसी तरह भारत में गौशालाओं के लिए कोष बनाया जाना चाहिए।'
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के उस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, जिसमें उन्होंने भगवान कृष्ण को 'गोपाल' कहने को लेकर स्पष्टीकरण दिया था, उमा भारती ने कहा- राजनेता को शास्त्र मर्मज्ञ नहीं बनना चाहिए। नेता को सहज और सरल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि वर्तमान सांसद अनुराग शर्मा झांसी से चुनाव लड़ना चाहें तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।
उमा भारती ने 'वन नेशन, वन इलेक्शन' की अवधारणा का समर्थन करते हुए कहा कि यदि सभी चुनाव 45 दिनों में संपन्न हो जाएं तो सरकारों के दीर्घकालिक विकास अभियान प्रभावित नहीं होंगे। उन्होंने कहा- 'बहुत पहले मैंने कन्याकुमारी से भी चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन अब झांसी मेरा केंद्र रहेगा।'