Priyanshi Soni
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People's Reporter
6 Nov 2025
Manisha Dhanwani
4 Nov 2025
विश्व दयालुता दिवस (World Kindness Day) हर साल 13 नवंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है। यह दिन मनुष्य की सबसे खास विशेषता दया और करुणा की भावना का जश्न मनाने का एक अनूठा अवसर है। यह हमें याद दिलाता है कि जीवन की भाग-दौड़ में, हमें अपने आस-पास के लोगों और पूरी दुनिया के प्रति सहानुभूति और मदद का भाव रखना चाहिए।
यह दिवस समाज में सकारात्मक शक्ति (Positive Power) और दयालुता की डोर पर आधारित है। इसका उद्देश्य लोगों को छोटे और बड़े, हर तरह के दयालुता के कार्यों के लिए प्रेरित करना और समाज में अच्छे कामों को उजागर करना है। यह दिन जाति, धर्म, राजनीति या किसी भी विभाजन से ऊपर उठकर, इंसानियत के मूलभूत मूल्य को महत्व देता है।

विश्व दयालुता दिवस (World Kindness Day) की शुरुआत वर्ष 1998 में की गई थी। इसे वर्ल्ड काइंडनेस मूवमेंट (World Kindness Movement) नामक संगठन द्वारा विश्व पटल पर पेश किया गया। इस मूवमेंट की नींव वास्तव में इससे एक साल पहले यानी 1997 में जापान के टोक्यो में आयोजित एक सम्मेलन में रखी गई थी। उस सम्मेलन में दुनिया भर के कई दयालु संगठनों ने एक साथ मिलकर काम करने और वैश्विक स्तर पर दयालुता को बढ़ावा देने का फैसला किया था। वर्तमान में इस वर्ल्ड काइंडनेस मूवमेंट में 28 से अधिक राष्ट्र शामिल हैं। इसे बाद में स्विट्जरलैंड में एक आधिकारिक गैर-सरकारी संगठन (NGO) के रूप में भी मान्यता प्रदान की गई।
विश्व दयालुता दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना है। जिसके तहत लोगों को दयालुता के गहन महत्व के बारे में अवगत कराया जाता है। इसका एक महत्वपूर्ण लक्ष्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना भी है। जिसके लिए सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) और सहानुभूति का संचार किया जाता है। इसके अलावा, यह दिन लोगों को प्रेरणा देना चाहता है। यह याद दिलाते हुए कि दयालुता के छोटे-से-छोटे कार्य भी समाज में बड़ा बदलाव लाने और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने की क्षमता रखते हैं। संक्षेप में यह दिवस लोगों को बिना किसी स्वार्थ के दूसरों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित करता है।