Naresh Bhagoria
5 Nov 2025
दिल्ली। अब भारतीय रेलवे ने घर से सामन लेकर डिलीवरी वाले स्थान तक पहुंचाने की सर्विस शुरू की है। रेलवे ने घरेलू सामानों को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने की सेवा शुरू की है, जिससे कि ग्राहकों को घर से गंतव्य तक सामान पहुंचाने में कोई परेशानी नहीं हो। यह सर्विस भारतीय रेलवे ने मुंबई और कोलकाता के बीच शुरू की है। अब कस्टमर अपना सामान सीधे गोदाम से अंतिम डिलीवरी पॉइंट तक रेलमार्ग के जरिए मंगवा या भेज सकेंगे।
नई सर्विस में अब छोटे से छोटे पार्सल को भी घर से उठाकर डिलीवरी पॉइंट तक पहुंचाएगा। इसमें कंज्यूमर गुड्स, दवाएं, इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट एफएमसीजी जैसे आइटम शामिल रहेंगे। रेलवे के अनुसार इस सर्विस से कस्टमर्स को 7.5% तक लागत में बचत होगी। इसके साथ ही 30% तेज़ डिलीवरी मिलेगी।
इस बारे में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि रेलवे अब सिर्फ इस्पात, कोयला, या सीमेंट जैसी भारी वस्तुओं के साथ ही लॉजिस्टिक सपोर्ट का आधुनिक नेटवर्क बन रही है। रेलवे ने कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के साथ मिलकर तीन नई पहल शुरू की हैं। इसमें उत्तर प्रदेश में एकीकृत लॉजिस्टिक हब, दिल्ली-कोलकाता के बीच टाइम-बाउंड कंटेनर ट्रेन सेवा और मुंबई-कोलकाता के बीच डोर-टू-डोर पार्सल सर्विस है। इस सेवा के साथ-साथ दिल्ली-कोलकाता रूट पर शुरू की गई पहली अश्योर्ड ट्रांजिट कंटेनर ट्रेन के बाद जल्द ही कई और ट्रेनें इस मार्ग पर जोड़ी जाएंगी।
रेल अफसरों के अनुसार दूरी और वजन के हिसाब से रेट तय किए जाएंगे। यह रोडवेज से भेजने की लागत से काफी कम होंगे। एक बड़ा फायदा यह होगा कि कंटेनर से सामान भेजना सुरक्षित रहेगा और बारिश-धूप की वजह से खराब होने की आशंका भी कम होगी। पहले 100 घंटे लगते थे, तो अब 60 घंटे ही लगेंगे। रेलवे की इकाई ई-कॉनकोर लॉजिस्टिक साइट या ऐप पर लॉगइन कर बुकिंग कर सामान पार्सल करा सकेंगे।