Naresh Bhagoria
9 Nov 2025
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट किया है किसानों को पूरे 10 घंटे बिना रुकावट बिजली दी जाएगी। राजधानी में मीडिया से बात करते हुए डॉ. यादव ने बुधवार को कहा कि अगर कोई अधिकारी गलत सर्कुलर निकालेगा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री का यह बयान तब आया है जब मीडिया में यह सुर्खियां रहीं कि अगर किसानों को एक दिन में 10 घंटे बिजली दी तो कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों तक का वेतन काट दिया जाएगा। मुख्यमंत्री का ताजा बयान किसानों को राहत देगा।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के चीफ जनरल मैनेजर आरएस जैन के एक सर्कुलर के कारण बिजली कर्मचारियों और किसानों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया था। जैन ने अपने पत्र ने चेतावनी दी थी कि कृषि फीडरों पर 10 घंटे से अधिक बिजली आपूर्ति करने पर सख्त रुख अपनाया जाएगा। पत्र में कहा गया है कि यदि किसी माह में कृषि फीडरों पर निर्धारित अवधि से अधिक बिजली आपूर्ति दी गई, तो संबंधित आपरेटर से लेकर महाप्रबंधक (जीएम) स्तर तक के अधिकारियों का वेतन काटा जाएगा। कंपनी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यदि किसी माह में किसी फीडर पर दो दिन लगातार 10 घंटे से अधिक बिजली आपूर्ति पाई जाती है, तो संबंधित आपरेटर का एक दिन का वेतन काटा जाएगा। यदि 4 दिन लगातार यह स्थिति रहती है, तो जूनियर इंजीनियर का 1 दिन का वेतन काटा जाएगा। इसी तरह 6 दिन तक ऐसी स्थिति रहने पर सहायक अभियंता (डीजीएम) और 7 दिन तक रहने पर महाप्रबंधक (जीएम) का 1 दिन का वेतन काटा जाएगा।
बिजली कंपनी के एक अधिकारी का कहना है कि 10 घंटे से अधिक बिजली सप्लाई करने पर कृषि फीडर्स पर विपरीत असर पड़ता है। हादसा होने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता। साथ ही तकनीकी और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इससे अन्य फीडरों पर अधिक लोड आने से दुर्घटनाओं और घरेलू विद्युत आपूर्ति में बाधा जैसी दिक्कतें बढ़ती हैं।