Peoples Reporter
7 Oct 2025
पेशावर। खैबर पख्तूनख्वा के कई जिलों में शुक्रवार को आई भीषण बाढ़ ने तबाही मचा दी। सड़कों, पुलों, इमारतों और बिजली ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा, जबकि अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने चेतावनी दी है कि बारिश का सिलसिला 21 अगस्त तक जारी रह सकता है।
पीडीएमए के मुताबिक, सात घर पूरी तरह ध्वस्त हो गए और 38 को आंशिक नुकसान हुआ, जिनमें अधिकतर स्वात जिले में स्थित हैं। तीन स्कूल नष्ट हुए और तीन अन्य क्षतिग्रस्त बताए गए। बूनर जिले के पिर बाबा बाज़ार और आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया, जबकि गोकंद में एक मस्जिद बह गई और बड़ी संख्या में मवेशी मारे गए।
राहत अभियान के दौरान एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए। केपी सरकार ने शनिवार को एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया और निर्देश दिया कि पूरे प्रांत में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
रेस्क्यू 1122 टीमों ने 2,071 लोगों को सुरक्षित निकाला, जिनमें 300 स्कूली बच्चे भी शामिल थे। बूनर जिले में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। डिप्टी कमिश्नर काशिफ कय्यूम ने बताया कि दूरदराज और दुर्गम इलाकों में हेलीकॉप्टर से राहत कार्य चलाए जा रहे हैं।
मानसहरा जिले में लगातार बारिश से काग़ान घाटी के ऊपरी हिस्सों में सात पर्यटक फंस गए थे, जिन्हें पुलिस ने सुरक्षित निकाला। प्रशासन ने सिरन घाटी में पर्यटकों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं, काराकोरम हाइवे पर ऊपरी कोहिस्तान में पानी का स्तर बढ़ने से यात्री और वाहन फंस गए।
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एबटाबाद शहर की प्रमुख सड़कों पर पानी भर गया, जिससे यातायात कई घंटों तक ठप रहा। लोअर दीर में कई सड़कें भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गईं। कई उम्मीदवार बाढ़ की वजह से शिक्षकीय भर्ती परीक्षा केंद्रों तक नहीं पहुंच पाए।
स्वात जिले में बाढ़ का पानी 132 केवी ग्रिड स्टेशन में घुस गया, जिससे 41 फीडर बंद हो गए और पूरे इलाके की बिजली ठप हो गई। मलाम जब्बा को सप्लाई करने वाला फीडर भी डूब गया। कई खंभे और ट्रांसफार्मर बह गए।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री अवैस अहमद लाघरी के निर्देश पर पेस्को (पेशावर इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी) ने बहाली कार्य शुरू कर दिया है। अतिरिक्त कर्मचारियों और भारी मशीनरी को तैनात कर ट्रांसफार्मर, तार और पोल प्रभावित इलाकों में भेजे गए हैं।