Shivani Gupta
10 Sep 2025
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक परिवार जिस युवक को मरा हुआ मानकर उसका अंतिम संस्कार करने वाला था, वह अचानक जिंदा लौट आया। इस दृश्य को देखकर लोग ‘भूत-भूत’ चिल्लाते हुए भागने लगे।
दरअसल, 5 सितंबर को गेवरा बस्ती का रहने वाला 27 वर्षीय हरिओम वैष्णव अपनी पत्नी को छोड़ने ससुराल दर्री गया था। पत्नी को छोड़कर वह घर के लिए वापस निकला, लेकिन घर नहीं पहुंचा। इसके बाद परिवार ने उसे खोजने की कोशिश की, लेकिन जब नहीं मिला तो थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी।
इसी बीच डंगनिया नदी में एक अज्ञात शव मिला। लंबे समय तक पानी में रहने के कारण शव की पहचान करना मुश्किल हो गया था। लेकिन कपड़ों, कद-काठी और हाथ पर बने ‘आर’ टैटू के आधार पर परिवार ने उसे हरिओम मान लिया था।
पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे हरिओम के परिवार को सौंप दिया था। इसके बाद घर में मातम फैल गया और रिश्तेदारों को अंतिम संस्कार के लिए बुला लिया गया। अगले दिन, मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी, तभी हरिओम अचानक घर लौट आया। उसे देखकर पूरा मोहल्ला हैरान रह गया। कुछ लोग डर के मारे भूत-भूत चिल्लाकर भागने लगे।
बाद में जब सभी को यकीन हुआ कि हरिओम वाकई जिंदा है, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। हरिओम ने बताया कि पारिवारिक विवाद के चलते वह बिना किसी को बताए किसी और शहर चला गया था।
दर्री सीएसपी विमल कुमार पाठक ने बताया कि नदी से जो लाश मिली थी, उसे हरिओम का शव समझकर कार्रवाई की गई थी। लेकिन उसके लौट आने के बाद अब यह स्पष्ट हो गया है कि वह शव किसी और व्यक्ति का था। पुलिस अब मृतक की पहचान करने में जुटी हुई है।