Manisha Dhanwani
1 Nov 2025
कनाडा और अमेरिका के बीच एक बार फिर व्यापारिक तनाव गहरा गया है। वजह बनी एक विवादित राजनीतिक विज्ञापन, जिसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की आवाज का इस्तेमाल किया गया था। मामला इतना बढ़ गया कि, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से माफी तक मांगनी पड़ी।
कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने ट्रंप से माफी मांगते हुए कहा कि, राष्ट्रपति नाराज थे और मैंने उनसे माफी मांगी। हम अमेरिका से टकराव नहीं चाहते, बल्कि सहयोग और संवाद चाहते हैं। उन्होंने कहा कि, कनाडा फेयर ट्रेड में विश्वास रखता है और अमेरिका के साथ दीर्घकालिक रिश्तों का पक्षधर है।
ट्रंप ने भी पुष्टि की है कि, कार्नी ने उनसे व्यक्तिगत रूप से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि, मार्क कार्नी बहुत अच्छे व्यक्ति हैं। उन्होंने माना कि, वह विज्ञापन भ्रामक था और ऐसा नहीं होना चाहिए था। मैं उनकी ईमानदारी की सराहना करता हूं। यह मुलाकात APEC (Asia-Pacific Economic Cooperation) समिट के दौरान हुई थी, जहां दोनों नेताओं ने औपचारिक बातचीत भी की।
दरअसल, ओंटारियो प्रीमियर डग फोर्ड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर एक राजनीतिक विज्ञापन शेयर किया था। इस विज्ञापन में रीगन के पुराने रेडियो भाषण की क्लिप लगाई गई थी, जिसमें वे टैरिफ यानी व्यापार शुल्क के खतरों की बात कर रहे थे। रीगन की आवाज में कहा गया कि, टैरिफ पहली नजर में देशभक्ति लग सकते हैं, लेकिन लंबे समय में ये हर अमेरिकी कर्मचारी और उपभोक्ता को नुकसान पहुंचाते हैं। यह विज्ञापन फॉक्स स्पोर्ट्स पर एक क्रिकेट मैच के दौरान प्रसारित हुआ और 9 मिलियन से अधिक लोगों ने इसे देखा।
इसके बाद रीगन प्रेसिडेंशियल फाउंडेशन ने नाराजगी जताते हुए कहा कि, कनाडा सरकार ने अनुमति लिए बिना रीगन की आवाज का इस्तेमाल किया और संदेश को तोड़-मरोड़ कर पेश किया। रीगन फाउंडेशन ने इस विज्ञापन को भ्रामक करार दिया और कहा कि यह अमेरिका की व्यापार नीति को गुमराह करने वाला कदम है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फाउंडेशन अब कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर तीखा हमला करते हुए लिखा कि, कनाडा ने एक फर्जी विज्ञापन चलाया जिसमें रीगन को टैरिफ विरोधी दिखाया गया। यह अमेरिकी हितों पर सीधा हमला है। इसके बाद व्हाइट हाउस ने कनाडाई उत्पादों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी। ये शुल्क खास तौर पर एल्यूमिनियम और कृषि उत्पादों पर लागू होंगे। ट्रंप ने कहा कि, जब तक कनाडा अपनी फेक एड कैंपेन नहीं रोकेगा, तब तक कोई व्यापार वार्ता नहीं होगी।
अमेरिका और कनाडा के बीच टैरिफ को लेकर तनाव नया नहीं है। 2018 में ट्रंप प्रशासन ने कनाडाई स्टील और एल्यूमिनियम पर भारी शुल्क लगाया था। हालांकि, बाद में समझौते से मामला सुलझ गया था, लेकिन अब एक राजनीतिक विज्ञापन ने फिर से आर्थिक रिश्तों में दरार डाल दी है।