Aakash Waghmare
24 Dec 2025
लंदन। ब्रिटेन के शाही परिवार में बड़ी हलचल देखने को मिल रही है। किंग चार्ल्स ने अपने छोटे भाई प्रिंस एंड्रयू से उनका ‘प्रिंस’ का खिताब और शाही उपाधियां छीन ली हैं। इतना ही नहीं, उन्हें विंडसर स्थित रॉयल लॉज घर से भी बाहर निकलने का आदेश दिया गया है। यह फैसला जेफ्री एपस्टीन सेक्स स्कैंडल से एंड्रयू के संबंधों के चलते लिया गया है। इस मामले में एंड्रयू का नाम आने के बाद से ही शाही परिवार पर सवाल उठ रहे थे।
बकिंघम पैलेस ने गुरुवार को आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि, राजा और रानी उन सभी पीड़ितों के साथ हैं जिन्होंने किसी भी रूप में शोषण झेला है। शाही परिवार ऐसे मामलों से खुद को दूर रखना चाहता है।
बता दें कि, एंड्रयू का नाम लंबे समय से अमेरिकी अपराधी जेफ्री एपस्टीन से जुड़ा रहा है, जिस पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे थे।
वर्जिनिया गिफ्रे ने दावा किया था कि, 2001 में जब वह 17 साल की थी, तब प्रिंस एंड्रयू ने उसका यौन शोषण किया। बाद में ये मामला कोर्ट में गया और 12 मिलियन पाउंड (लगभग 125 करोड़ रुपए) में सुलझाया गया। हालांकि एंड्रयू ने कभी अपनी गलती स्वीकार नहीं की।
शाही उपाधियां छिनने के बाद अब एंड्रयू को ‘एंड्रयू माउंटबेटन-विंडसर’ के नाम से जाना जाएगा। पहले उन्हें ‘प्रिंस एंड्रयू, ड्यूक ऑफ यॉर्क’ कहा जाता था। यह नाम 1960 में दिवंगत रानी एलिजाबेथ द्वितीय और उनके पति प्रिंस फिलिप के पारिवारिक नामों को मिलाकर बनाया गया था।
एंड्रयू 2003 से विंडसर के रॉयल लॉज में रह रहे थे। यह 30 कमरों वाला विशाल महल है, जो पहले क्वीन मदर का निवास था। 2002 में क्वीन मदर के निधन के बाद उन्हें इस संपत्ति की 75 साल की लीज दी गई थी। अब बकिंघम पैलेस के आदेश के बाद उन्हें यह घर छोड़ना होगा। उनकी पूर्व पत्नी सारा फर्ग्यूसन, जो तलाक के बाद भी वहीं रहती थीं, उन्हें भी वहां से जाना होगा।
ब्रिटिश इतिहास में यह 106 साल बाद हुआ है जब किसी शाही सदस्य से ‘प्रिंस’ का खिताब छीना गया हो। पिछली बार 1919 में प्रिंस अर्नेस्ट ऑगस्टस का टाइटल इसलिए छीना गया था, क्योंकि उन्होंने पहले विश्व युद्ध में जर्मनी का साथ दिया था।
एंड्रयू पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली वर्जिनिया गिफ्रे अप्रैल 2024 में मृत पाई गईं। कहा गया कि, उन्होंने आत्महत्या की। मौत से कुछ दिन पहले उन्होंने अपनी किताब ‘नो बॉडीज गर्ल’ प्रकाशित की, जिसमें एंड्रयू और एपस्टीन नेटवर्क से जुड़ी 6 बड़ी बातें बताई गईं-
शाही दर्जा और सम्मान छिन जाने के बावजूद एंड्रयू अब भी ब्रिटिश सिंहासन की उत्तराधिकार सूची में आठवें स्थान पर हैं। लाइन ऑफ सक्सेशन इस तरह है-
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह फैसला राजशाही की छवि बचाने की कोशिश है। अब एंड्रयू शाही दायित्वों से पूरी तरह अलग हो चुके हैं और एक साधारण नागरिक के रूप में निजी जीवन बिताएंगे।