Manisha Dhanwani
1 Nov 2025
कुआलालंपुर। मलेशिया के कुआलालंपुर में आयोजित रक्षा मंत्रियों की बैठक में भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा कि भारत शुरुआत से ही आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस (ADMM-Plus) का एक सक्रिय सहभागी रहा है। साथ ही, उन्होंने जोर देकर कहा कि आसियान देशों के साथ भारत के संबंध निरंतर मजबूत हो रहे हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि आसियान भारत की "एक्ट ईस्ट" नीति का एक बेहद अहम हिस्सा है। उनके अनुसार, आसियान रक्षा मंत्रियों की यह बैठक न केवल भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी बल्कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के विजन का भी महत्वपूर्ण भाग रही है। उन्होंने बताया कि भारत का आसियान देशों से जुड़ाव इस रक्षा मंत्रियों की बैठक शुरू होने से पहले से ही है, लेकिन इस मंच ने रक्षा सहयोग को एक संगठित रूप दिया है, जो कूटनीतिक और आर्थिक रिश्तों को और मजबूत बनाता है। उन्होंने आगे कहा कि 2022 में जब भारत-आसियान साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदला गया, तो यह दोनों के रिश्तों की मजबूती और क्षेत्रीय प्राथमिकताओं में बढ़ती समानता को दर्शाता है।
दरअसल, ADMM-प्लस (आसियान डिफेंस मिनिस्टर्स मीटिंग-प्लस) एक ऐसा मंच है जिसमें आसियान यानी एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियन नेशंस के 11 सदस्य देश और इसके आठ संवाद साझेदार देश शामिल हैं। बता दें, भारत, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका इसके साझेदार देश में शामिल हैं।