ब्रासीलिया। ब्राजील की राजनीति में भूचाल आ गया है। देश के पूर्व राष्ट्रपति जैयर बोलसोनारो को सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (4 अगस्त) को हाउस अरेस्ट में भेजने का आदेश दिया है। उनपर आरोप है कि 2022 के राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद उन्होंने सत्ता में बने रहने के लिए तख्तापलट की साजिश रची। यह मामला अब केवल ब्राजील तक सीमित नहीं रह गया हैअमेरिका समेत पूरी दुनिया की निगाहें इस पर टिकी हैं।
सुप्रीम कोर्ट का सख्त फैसला
इस मामले की निगरानी कर रहे सुप्रीम कोर्ट के जज एलेक्जेंडर डी मोरेस ने कहा कि बोलसोनारो ने पहले से लगाए गए सुरक्षा प्रतिबंधों का उल्लंघन किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्रतिबंध के बावजूद अपने तीन सांसद बेटों के अकाउंट्स से वीडियो संदेश साझा किया, जो नियमों के खिलाफ था। इसी के चलते उन्हें अब ब्रासीलिया स्थित उनके घर में नजरबंद रखा जाएगा और उनके सभी मोबाइल उपकरण जब्त कर लिए गए हैं।
बेटे के मोबाइल से दिया गया विवादित संबोधन
रविवार को जैयर बोलसोनारो ने रियो डी जेनेरियो के कोपाकबाना में अपने समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने अपने बेटे सीनेटर फ्लावियो बोलसोनारो के मोबाइल से वीडियो कॉल कर कहा- गुड आफ्टरनून कोपाकबाना, गुड आफ्टरनून माय ब्राजील। यह हमारी आजादी के लिए है। कोर्ट ने इसे सीधे तौर पर प्रतिबंधों की अवहेलना माना और तुरंत नजरबंदी का आदेश जारी किया।
क्या है तख्तापलट की साजिश का आरोप?
ब्राजील के सरकारी वकीलों का दावा है कि बोलसोनारो ने सत्ता में बने रहने के लिए एक आपराधिक संगठन का नेतृत्व किया, जिसका मकसद था:
- सुप्रीम कोर्ट पर हमला
- राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा और जस्टिस मोरेस की हत्या की साजिश
- सैन्य तख्तापलट के जरिए चुनावी नतीजों को पलटना
- सुप्रीम कोर्ट ने बोलसोनारो को पहले ही इलेक्ट्रॉनिक एंकल मॉनिटर पहनने और रात्रि भ्रमण पर रोक लगाने का आदेश दिया था।
ट्रंप ने कहा- "यह राजनीतिक बदला है"
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस ट्रायल को "राजनीतिक प्रतिशोध" बताया है। बोलसोनारो को डोनाल्ड ट्रंप का करीबी माना जाता है। उन्होंने इसे "विच हंट" कहा और कहा कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है। इसके बाद अमेरिका ने ब्राजील से आयात किए जाने वाले उत्पादों पर 50% टैरिफ भी लगा दिया, जिससे दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर और तेज हो गया है।
ब्रासीलिया में नजरबंद, हर गतिविधि पर नजर
फेडरल पुलिस की टीम बोलसोनारो के ब्रासीलिया स्थित घर पहुंची और उनके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए। अब वे कहीं यात्रा नहीं कर सकते और उन पर एंकल मॉनिटर के जरिए निगरानी रखी जा रही है। उनके समर्थकों की ओर से सोशल मीडिया पर विरोध के सुर तेज हो गए हैं।
33 सहयोगियों पर भी जांच जारी
बोलसोनारो के साथ-साथ 33 सहयोगियों के खिलाफ भी जांच चल रही है। इन पर आरोप है कि उन्होंने लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश की और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई लोकतंत्र की रक्षा के लिए जरूरी है।
ब्राजील में राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक संकट
इस पूरे मामले के चलते ब्राजील की राजनीति में अस्थिरता बढ़ गई है। विपक्ष और सत्तारूढ़ पार्टी के बीच तनाव चरम पर है। बाजारों में अनिश्चितता देखी जा रही है और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का भरोसा भी डगमगाया है। अमेरिका के साथ बढ़ती ट्रेड वॉर से ब्राजील की आर्थिक स्थिति और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है।
बोलसोनारो समर्थकों का दावा- तानाशाही थोपने की कोशिश
बोलसोनारो के बेटे फ्लावियो ने कोर्ट पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा- "ब्राजील अब आधिकारिक रूप से एक तानाशाही है।" उन्होंने इंस्टाग्राम से अपने पिता का वीडियो भी हटा दिया और कोर्ट के आदेशों को लोकतंत्र विरोधी बताया।
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