Aakash Waghmare
20 Nov 2025
बेलेम। ब्राजील के बेलेम शहर में चल रहे UN COP30 क्लाइमेट समिट के मेन वेन्यू पर गुरुवार को आग लग गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई। घटना में 13 लोग घायल हुए। भारतीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और भारतीय प्रतिनिधिमंडल भी आग लगने के समय मौके पर मौजूद थे, लेकिन सभी सुरक्षित बाहर निकल गए।
स्थानीय समयानुसार, दोपहर 2 बजे (भारतीय समयानुसार रात 10:30 बजे) एक कन्वेंशन हॉल के पवेलियन में आग लगी। घटना के समय पवेलियन में 190 से ज्यादा देशों के 50,000 से अधिक डिप्लोमैट, पत्रकार और एक्टिविस्ट मौजूद थे। स्थानीय दमकल विभाग के अनुसार, आग शायद किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (संभावित माइक्रोवेव) से लगी, जबकि इसके अन्य कारणों की जांच जारी है। आग लगते ही लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते दिखे, पवेलियन से उठता काला धुआं कई किलोमीटर दूर तक देखा गया। मौके पर फायरब्रिगेड और एम्बुलेंस तुरंत पहुंची और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। आयोजकों ने एक बयान में पुष्टि करते हुए कहा कि, आठ मिनट के भीतर आग पर काबू पा लिया गया।
आग के कारण कई महत्वपूर्ण बैठकें रद्द या टाल दी गईं। अब सम्मेलन का समय शुक्रवार शाम तक खत्म होने की बजाय देर रात या शनिवार तक खिंच सकता है। फिलहाल स्थल की पूरी जांच के बाद ही प्रतिनिधियों को दोबारा प्रवेश दिया जाएगा।
COP30 ब्राजील के बेलेम में 10 से 21 नवंबर 2025 तक हो रहा है। इसमें दुनिया के लगभग सभी देशों के 56,000 से अधिक नेता, राजनयिक, वैज्ञानिक, पत्रकार और जलवायु कार्यकर्ता हिस्सा लिया।
इसका मुख्य उद्देश्य:
यह सम्मेलन इसलिए खास है, क्योंकि 2025 पेरिस समझौते के तहत नए और मजबूत जलवायु लक्ष्य पेश करने का पहला बड़ा साल है।
COP (Conference of Parties) की शुरुआत 1995 में हुई। यह UNFCCC (संयुक्त राष्ट्र का जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क) का वार्षिक सम्मेलन है। आज इसके 198 सदस्य हैं (197 देश + यूरोपीय संघ)। पहला COP 1995 में जर्मनी के बर्लिन में हुआ था। इसके बाद हर साल (सिवाय 2020, कोविड की वजह से) सम्मेलन आयोजित होता रहा। 2025 का COP30 अब तक का 30वां सम्मेलन है।