Aniruddh Singh
2 Oct 2025
Aniruddh Singh
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Aniruddh Singh
1 Oct 2025
Peoples Reporter
1 Oct 2025
बेंगलुरू। कर्नाटक के कोलार जिले के वेमगल का यूरोपीय एयरोस्पेस कंपनी एयरबस और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) ने एच125 हेलीकॉप्टर के फाइनल असेंबली लाइन (एफएएल) के लिए चयन किया है। यह असेंबली लाइन भारत में निजी क्षेत्र में हेलीकॉप्टर निर्माण की पहला प्रयास है। टीएएसएल पहले ही गुजरात के वडोदरा में एअरबस सी295 मिलिट्री एयरक्राफ्ट के लिए एफएएल संचालित कर रही है। इस हेलीकॉप्टर असेंबली परियोजना का ऐलान करीब डेढ़ साल पहले किया गया था। एच125 एफएएल की घोषणा 2024 में भारत के गणतंत्र दिवस पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के भारत दौरे के अवसर पर की गई थी। एयरबस और टीएएसएल ने इस एफएएल के लिए कुल आठ संभावित स्थलों का चयन किया था। इनमें से वेमगल का अंतिम रूप से चुनाव किया गया है। यह भारतीय विमान निर्माण उद्योग के लिहाज से बड़ी पहल मानी जा रही है।
एच125 मुख्य रूप से एक नागरिक हेलीकॉप्टर है और शुरू में इसका उद्देश्य भारत में नागरिक उपयोग के लिए हेलीकॉप्टर का निर्माण करना था। हालांकि अब इसमें सैन्य संस्करण एच125एम बनाने की योजना भी शामिल है, जिसे भारतीय फैक्ट्री से उच्च स्तर की स्थानीय तकनीकों और घटकों के साथ पेश किया जाएगा। एयरबस के अनुसार, एच125एम भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग किए जाने वाले चीता और चेतक हेलीकॉप्टर का आदर्श उत्तराधिकारी होगा। ये हेलीकॉप्टर एयरबस और सरकारी उपक्रम हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स के बीच पिछले साठ वर्षों से चली आ रही औद्योगिक साझेदारी का परिणाम हैं।
पहले भारत निर्मित एच125 हेलीकॉप्टर की 2027 तक डिलीवरी होने की संभावना है। यह असेंबली लाइन न केवल भारतीय बाजार को सेवा देगी बल्कि क्षेत्रीय बाजारों के लिए भी हेलीकॉप्टर तैयार करेगी। भारत में नागरिक हेलीकॉप्टर उपयोग अभी अन्य देशों की तुलना में काफी कम है, जबकि हेलीकॉप्टर का उपयोग कई देशों में विभिन्न उद्देश्यों के लिए नियमित रूप से होता है। भारत की विशाल जनसंख्या और मजबूत आर्थिक विकास इसे नागरिक हेलीकॉप्टर बाजार के लिए आकर्षक बनाते हैं। एयरबस के ज्यूर्गन वेस्टरमेयर ने कहा मेड इन इंडिया एच125 हेलीकॉप्टर नई नागरिक और सार्वजनिक सेवा बाजार की संभावनाओं को विकसित करेगा।
इसके साथ ही भारतीय सशस्त्र बलों की हल्के मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर की जरूरत को भी पूरा करेगा, खासकर हिमालयी क्षेत्रों में। उन्होंने कहा कि भारत हेलीकॉप्टर के लिए आदर्श देश है। भारत निर्मित हेलीकॉप्टर को राष्ट्र निर्माण के महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में स्थापित किया जाएगा। इस परियोजना से भारत में हेलीकॉप्टर निर्माण की क्षमता बढ़ेगी और देश में तकनीकी आत्मनिर्भरता को भी मजबूती मिलेगी। नागरिक और सैन्य दोनों तरह के उपयोग के लिए हेलीकॉप्टर की स्थानीय उत्पादन लाइन स्थापित होने से रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे और भारत का एयरोस्पेस उद्योग वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकेगा।