Aniruddh Singh
23 Oct 2025
Aniruddh Singh
23 Oct 2025
Aniruddh Singh
23 Oct 2025
वाशिंगटन। अमेरिका की अगस्त माह की रोजगार रिपोर्ट 5 सितंबर को आने वाली है। निवेशकों की नजरें इस रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं। यह रिपोर्ट बताएगी कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था की सेहत कैसी है और साथ ही यह भी तय करेगी कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करेगा या नहीं। फिलहाल बाजार में यह उम्मीद बनी हुई है कि फेड सितंबर की बैठक में अपनी नीतिगत दर घटाएगा और इसी भरोसे के कारण अमेरिकी शेयर बाजार हाल के दिनों में रिकॉर्ड ऊंचाइयों तक पहुंचा है। पिछले माह आई रोजगार रिपोर्ट उम्मीद से कहीं कमजोर रही थी। नॉन-फार्म पेरोल्स (यानी कृषि क्षेत्र को छोड़कर नई नौकरियां) सिर्फ 73,000 बढ़ीं, जबकि इससे कहीं बेहतर संख्या की उम्मीद की जा रही थी। इसके साथ ही पिछले दो माह के आंकड़ों में भी गिरावट दर्ज की गई है। इस वजह से निवेशकों को भरोसा है कि फेडरल रिजर्व अब श्रम बाजार को सहारा देने के लिए ब्याज दरें घटाने की ओर बढ़ेगा, भले ही महंगाई को लेकर कुछ चिंताएं मौजूद हों।
अगस्त की रिपोर्ट से अनुमान है कि इसमें लगभग 75,000 नौकरियों की वृद्धि होगी। अगर यह आंकड़ा उम्मीद से कमजोर आता है, तो यह अर्थव्यवस्था की धीमी रफ्तार को प्रदर्शित करेगा। लेकिन निवेशकों का मानना है कि कमजोर रिपोर्ट का एक दूसरा पहलू यह भी है कि फेड और आक्रामक ढंग से दरों में कटौती करने की ओर बढ़ेगा। ख्यात निवेश रणनीतिकार जैक जानासिविक का मानना है कि ब्याज दर में कटौती कुछ कमजोर दिख रहे श्रम बाजार के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगी और इससे अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार दोनों को सहारा मिलेगा। इस बीच, अमेरिकी शेयर बाजार ने, अप्रैल के साल के निचले स्तर से, काफी मजबूती दिखाई है। टेक्नोलॉजी और खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी कंपनियों के प्रति निवेशकों के उत्साह ने बाजार को ऊपर जाने में मदद की है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में एआई कंपनियों और टेक स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। इसके बावजूद अगस्त माह एस एंड पी 500 सूचकांक के लिए 1.9% की बढ़त के साथ समाप्त हुआ, जिससे इस साल अब तक लगभग 10% की बढ़त हो चुकी है।
इतिहास गवाह है कि सितंबर हमेशा ही शेयर बाजार के लिए चुनौतीपूर्ण रहता है। पिछले 35 सालों में सितंबर को एस एंड पी 500 के लिए सबसे खराब महीना माना गया है, जिसमें औसतन 0.8% की गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान 35 में से 18 बार सूचकांक नीचे गया है, जो साल का इकलौता महीना है, जब गिरावट बढ़त से ज्यादा बार हुई है। इसलिए, आने वाली रोजगार रिपोर्ट सितंबर के महीने का पहला बड़ा आर्थिक संकेतक साबित होने वाली है। अगर रिपोर्ट उम्मीद से कमजोर आती है, तो यह बाजार में ब्याज नीतिगत दर में कटौती की संभावनाओं को और मजबूती देगी। साथ ही यह अर्थव्यवस्था की सुस्ती की ओर भी इशारा करेगी। वहीं अगर रिपोर्ट उम्मीद से बेहतर आती है, तो दरों में कटौती को लेकर अनिश्चितता बढ़ सकती है और शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का क्रम देखने को मिलेगा। कुल मिलाकर, यह रिपोर्ट फेडरल रिजर्व, अमेरिकी शेयर बाजार और वैश्विक निवेशकों तीनों के लिहाज से अहम है।