प्रदेश के सीमाई जिलों में एंबुलेंस से की जा रही मादक पदार्थों की तस्करी, पुलिस-नारकोटिक्स महकमा भी हैरान
राजीव सोनी
भोपाल। मध्यप्रदेश के मालवांचल सहित अन्य जिलों में मादक पदार्थों की तस्करी के बदलते तौर-तरीके देख पुलिस और नारकोटिक्स विभाग भी हैरान है। निजी वाहनों, टैंकर, कार्गो और ट्रेनों के अलावा एंबुलेंस से ड्रग्स की बड़ी खेपें पकड़ी गर्इं हैं। पुलिस और परिवहन विभाग इन मामलों को लेकर चौकन्ना हो गया है। नारकोटिक्स विभाग सहित पुलिस के वरिष्ठ अफसरों का कहना है कि सीमावर्ती जिलों से पड़ोसी राज्यों में डोडा चूरा सहित एमडी ड्रग्स की खेप एंबुलेंस से ले जाते हुए तस्करों को पकड़ा गया है। पूर्व में भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। एंबुलेंस के लिए अमूमन वीवीआईपी भी रास्ता छोड़ देते हैं। टोल नाकों पर भी उनकी रोक-टोक नहीं होती। इसलिए तस्करों ने गुजरात और राजस्थान के विभिन्न शहरों के लिए सिंथेटिक ड्रग्स की खेप पहुंचाने के लिए एंबुलेंस का दुरुपयोग शुरू कर दिया है। खासतौर पर पंजाब-हरियाणा, राजस्थान में बांसवाड़ा, उदयपुर व गुजरात के अहमदाबाद- वड़ोदरा में डोडा-चूरा की डिमांड ज्यादा है। मंदसौर के सोशल वर्कर सरदार कुनाल श्रीवास्तव कहते हैं कि नीमच, रतलाम और मंदसौर में ऐसी संदिग्ध एंबुलेंस ढेरों चल रही हैं, जबकि इतनी संख्या में मरीज रेफर नहीं किए जाते।
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ड्रग तस्करी की कुछ बानगी
-जनवरी 2025 में रतलाम-नीमच हाईवे पर एंबुलेंस से 8.5 क्विंटल डोडा-चूरा जब्त। दो गिरफ्तार।
-जुलाई 2025 को रतलाम के रिंगनोद में एंबुलेंस में लाखों की सिंथेटिक ड्रग जब्त। आरोपी गिरफ्तार।
-अगस्त 2025 में गुजरात सीमा पर नकली मरीज ले जाती एंबुलेंस से 24 लाख की ड्रग्स जब्त।दो अरेस्ट।
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मामला विधानसभा में उठाया
मैंने यह मामला ध्यानाकर्षण के जरिए विधानसभा में उठाया। एंबुलेंस से ड्रग्स की तस्करी चिंता की बात है।
यशपाल सिंह सिसोदिया, पूर्व विधायक
मॉनिटरिंग व सर्चिंग तेज
ड्रग्स तस्करी के लिए अन्य वाहनों के साथ एंबुलेंस भी पकड़ी गई हैं। पुलिस की मॉनिटरिंग और सर्चिंग कई स्तरों पर चल रही है। बहुत सी बातें हम शेयर नहीं कर सकते। रतलाम, नीमच और मंदसौर जिले से डोडा-चूरा व अन्य मादक पदार्थ दूसरे राज्यों में ले जाने के मामले सामने आए हैं।
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उमेश जोगा, एडीजी उज्जैन जोन
पंजीयन-लाइसेंस निरस्त करेंगे
साधारण तौर पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत हम तलाशी नहीं लेते। पेपर्स चैक करते हैं लेकिन एनफोर्समेंट एजेंसियों की सूचना पर ऐसे मामलों में पंजीयन और लाइसेंस निरस्ती की कार्रवाई करेंगे।
विवेक शर्मा, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, मध्य प्रदेश