Aniruddh Singh
7 Oct 2025
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार आज सुबह गिरावट में खुले। बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 81,671.47 अंक पर खुला और गिरकर 81,494.50 पर जा पहुंचा। एनएसई का निफ्टी आज सुबह 24,965.80 पर खुला और कुछ ही देर में गिरकर 24,929.70 के स्तर पर चला गया। इसके बाद, तेज रिकवरी करते हुए सेंसेक्स निचले स्तर से 281 अंक की उछाल के साथ 81,776.19 के स्तर पर, हरे निशान में आ गया। इसी तरह निफ्टी भी आज के निचले स्तर 24,929.70 से उबरते हुए 75 अंकों की उछाल के साथ इस समय 25,004.80 के स्तर पर बढ़त में ट्रेड कर रहा है। भारतीय शेयर बाजार पिछले 4 दिनों से लगातार मजबूती बना हुआ है। आज भी सेंसेक्स व निफ्टी दोनों ही इंडेक्स ऊंचाई पर हैं। आज शुरूआत में गिरावट देखने को मिली, लेकिन बाद में बाजार रिकवरी करता दिखाई दे रहा है। उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली की वजह से माना जा रहा था कि आज बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है, लेकिन इस धारणा को निवेशकों के उत्साह ने झुठला दिया।
आज के कारोबार में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के शेयर शुरुआती कारोबार में 3.5 फीसदी तक उछल गए। यह तेजी इस खबर के बाद आई कि कंपनी को केंद्र सरकार से उसका अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर मिलने वाला है। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) ने लगभग 62,000 करोड़ रुपए की लागत से 97 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस एमके1ए फाइटर जेट्स की खरीद को मंजूरी दे दी है। यह हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स के लिए बड़ी उपलब्धि है। कंपनी लंबे समय तेजस लड़ाकू विमानों के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, ताकि भारतीय वायुसेना के पुराने एमआईजी-21 बेड़े को बदला जा सके। तेजस एमके1ए का यह नया वर्जन मॉर्डन कॉम्बैट कैपेबिलिटीज से लैस है। यह विमान एचएएल को पहले मिले बड़े कॉन्ट्रैक्ट (फरवरी 2021) के बाद दूसरी बड़ी सफलता है। इनकी डिलीवरी इस वित्त वर्ष से शुरू हो जाएगी और वित्तवर्ष 26 के अंत तक छह विमान सौंपे जाने की योजना है। यह खबर बाहर आने के बाद कंपनी के शेयर उछल गए।
वन 97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम की पैरेंट कंपनी) के शेयरों में 20 अगस्त को तेजी देखने को मिली और यह ₹1,238 के स्तर तक जा पहुंचा, जो पिछले 52 हफ्तों का सबसे उच्च स्तर है। मोतिलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। यह खबर आने के बाद कंपनी के शेयरों में बढ़त देखने को मिली। 11 अगस्त 2024 को मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने खुले बाजार से 26.31 लाख अतिरिक्त शेयर खरीदे, जो कंपनी की कुल हिस्सेदारी का लगभग 0.41 प्रतिशत है। इस खरीद के बाद फंड की कुल हिस्सेदारी बढ़कर 3.29 करोड़ शेयर हो गई, जो कंपनी की कुल इक्विटी कैपिटल का 5.15 प्रतिशत है। पहले मोतिलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड के पास 3.02 करोड़ शेयर थे, यानी 4.75 प्रतिशत हिस्सेदारी। लेकिन नई खरीदारी के बाद उनकी हिस्सेदारी 5 प्रतिशत से ऊपर जा पहुंची है।
तकनीकी दृष्टि से निफ्टी 24,800 के स्तर पर मजबूत सपोर्ट बनाए हुए है। अगर यह 25,050 के ऊपर निकलता है तो तेजी और बढ़ सकती है, क्योंकि वहां कॉल ऑप्शन बेचने वाले फंस सकते हैं और उन्हें अपनी पोजीशन काटनी पड़ेगी, जिससे शॉर्ट कवरिंग होगी। दूसरी ओर, अगर निफ्टी 24,750 के आसपास गिरता भी है तो वहां खरीदारी की संभावना रहेगी। केवल 24,700 के नीचे फिसलना ही सावधानी का संकेत होगा। यानी फिलहाल बाजार में डिप पर खरीदो की रणनीति अपनाना सुरक्षित माना जा रहा है। निफ्टी बैंक इंडेक्स की बात करें तो यह ऊंचे स्तरों पर टिके रहने में सफल रहा है, लेकिन प्राइवेट सेक्टर के बैंक अभी पूरी मजबूती नहीं दिखा रहे हैं। 56,000–56,100 का स्तर इसके लिए बड़ा अवरोध बना हुआ है। अगर यह स्तर टूटता है तो शॉर्ट कवरिंग के कारण तेजी बढ़ सकती है। वहीं नीचे 55,500 के आसपास गिरावट आने पर खरीदारी का मौका देखा जा रहा है। 55,450 के नीचे जाना कमजोरी का पहला संकेत होगा। यानी बैंकिंग शेयरों में भी फिलहाल डिप पर खरीदारी की रणनीति ही सही मानी जा रही है।