Aniruddh Singh
7 Oct 2025
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन आज शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स आज 693.86 अंक की गिरावट के साथ 81,306.85 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 213.50 अंकों की गिरावट के साथ 24,870.25 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी बैंक में 603.70 अंक की गिरावट के साथ 55,151.75 पर बंद हुआ। आज के कारोबार के दौरान लगातार छह दिनों से जारी तेजी पर विराम लग गया। आज की गिरावट का मुख्य कारण निवेशकों की सतर्कता है, क्योंकि सभी की निगाहें अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के जैक्सन होल संगोष्ठी में होने वाले संबोधन पर टिकी हैं।
वैश्विक स्तर पर ब्याज दरों की दिशा और मौद्रिक नीति को लेकर अनिश्चितता ने भारतीय बाजार पर असर डाला है। इस गिरावट में खासकर एफएमसीजी और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों पर दबाव देखने को मिला। इन दोनों सेक्टरों में बिकवाली के चलते इंडेक्स पर भारी असर पड़ा। हालांकि, इस गिरावट के बीच कुछ कंपनियों के शेयरों में तेज उछाल भी देखने को मिली। वोडाफोन आइडिया के शेयर 9% से अधिक चढ़ गए। इसकी वजह सरकार की ओर से एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) बकाया को लेकर संभावित राहत पैकेज की खबरें हैं।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की निगरानी में दूरसंचार विभाग ने कई विकल्प तैयार किए हैं जिनमें मोरेटोरियम बढ़ाना, भुगतान की लचीली समय-सीमा और ब्याज व जुर्माने पर छूट शामिल हो सकती है। वोडाफोन आइडिया पर लगभग 83,400 करोड़ रुपए का भारी एजीआर बकाया है और मार्च 2025 से इसकी वार्षिक देनदारी करीब 18,000 करोड़ रुपए होगी। कंपनी के सीईओ अक्षय मूंद्रा ने भी स्पष्ट किया है कि फंडिंग की उपलब्धता और सरकारी सहयोग के बिना कंपनी का अस्तित्व मुश्किल है।
इसी तरह धनी सर्विसेज, आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल और प्रॉक्टर एंड गैंबल हेल्थ जैसे शेयरों में भी तेजी रही। प्रॉक्टर एंड गैंबल हेल्थ लगभग 4% चढ़ गया, जबकि धनी सर्विसेज और आदित्य बिड़ला फैशन ने क्रमशः 8% और 6% से अधिक की बढ़त दर्ज की। इसका संकेत है कि चुनिंदा कंपनियों के सेक्टर-विशेष समाचार या कारोबारी प्रदर्शन की उम्मीदें बाजार में सकारात्मक माहौल बना सकती हैं, भले ही समग्र इंडेक्स दबाव में हो।
दूसरी ओर कई कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। टाइम्सकैन लॉजिस्टिक्स 5% टूटा, जबकि स्टार सीमेंट, केआईओसीएल, गॉडफ्रे फिलिप्स और जेके सीमेंट में 3 से 4% तक की गिरावट आई। इससे स्पष्ट है कि निवेशक फिलहाल जोखिम लेने से बच रहे हैं और मुनाफावसूली की प्रवृत्ति बढ़ गई है। रिलायंस पावर भी चर्चा में रहा क्योंकि उसके शेयर पिछले एक हफ्ते में 17% से अधिक बढ़े हैं। इस बढ़त के पीछे भूटान में संयुक्त उद्यम के जरिए कंपनी की नई नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना है। कंपनी 3 गीगावॉट सोलर और 3.5 गीगावॉट-घंटे बैटरी स्टोरेज क्षमता विकसित करने की योजना बना रही है। कुल मिलाकर देखा जाए तो शुक्रवार का कारोबार निवेशकों की सतर्कता, वैश्विक अनिश्चितता और सेक्टर-विशेष खबरों से प्रभावित रहा। जहां एक तरफ बैंकिंग और एफएमसीजी शेयरों ने बाजार को नीचे खींचा, वहीं वोडाफोन आइडिया और रिलायंस पावर जैसी कंपनियों ने तेजी दिखाई। आने वाले दिनों में बाजार की दिशा काफी हद तक अमेरिकी फेड की नीतिगत घोषणा और सरकार की ओर से घरेलू कंपनियों को मिलने वाले सहयोग पर निर्भर करेगी।