Aniruddh Singh
4 Nov 2025
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4 Nov 2025
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4 Nov 2025
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4 Nov 2025
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3 Nov 2025
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार हाल ही में रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब पहुंचने के बाद लगभग 2% फिसल गया है। यह गिरावट मुख्य रूप से भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की अनिश्चितता, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की घटती उम्मीदों और विदेशी निवेशकों (एफआईआई) की अस्थायी बिकवाली के कारण आई है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट बाजार के दीर्घकालिक अपट्रेंड में एक स्वाभाविक और स्वस्थ कंसॉलिडेशन यानी ठहराव का हिस्सा है। ब्रोकर फर्मों और विश्लेषकों के अनुसार, निफ्टी में निकट अवधि में सीमित दायरे में कारोबार होने की संभावना है। 25,400 से 25,600 के बीच मजबूत सपोर्ट स्तर बने हुए हैं, जबकि 26,100 का स्तर रजिस्टेंस के रूप में देखा जा रहा है। यदि निफ्टी इस स्तर को पार करता है, तो नए रिकॉर्ड हाई तक पहुंचने की संभावना फिर से बन सकती है।
रिलिगेयर ब्रोकिंग के अजित मिश्रा ने बताया हाल की गिरावट के बावजूद घरेलू अर्थव्यवस्था, कॉर्पोरेट कमाई और विदेशी निवेश की स्थिरता जैसी सकारात्मक बातें बाजार को नीचे से सहारा देंगी। उनका मानना है कि यह गिरावट बाजार में स्वस्थ मुनाफावसूली का संकेत है, न कि कमजोरी का। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने भी कहा है कि निफ्टी ने अपने पुराने प्रतिरोध स्तर से उछाल लेकर अब उसी स्तर को समर्थन में बदल लिया है। हालांकि पिछले कुछ सत्रों में लोअर-लो, लोअर-हाई पैटर्न दिख रहा है, जो यह बताता है कि बाजार अपने पिछले उछाल की थोड़ी भरपाई कर रहा है। यह स्थिति दीर्घकालिक तेजी के रुझान को प्रभावित नहीं करती बल्कि मजबूत निवेशकों को “डिप्स पर खरीदारी” का अवसर देती है।
विश्लेषकों का कहना है कि 25,400 का स्तर बेहद अहम है, क्योंकि यह हालिया बढ़त का 50% रिट्रेसमेंट स्तर है और यह पिछले एक वर्ष के डाउनवर्ड ट्रेंड लाइन ब्रेकआउट के साथ मेल खाता है। अगर यह स्तर बरकरार रहता है तो बाजार में फिर से तेजी की लहर देखी जा सकती है। एक्सिस सिक्योरिटीज के अनुसार, यदि निफ्टी 26,100 के ऊपर टिकता है, तो 25,829–25,987 तक की बढ़त संभव है। लेकिन अगर यह 25,737 के नीचे फिसलता है, तो मुनाफावसूली के चलते गिरावट 25,514 तक जा सकती है। कुल मिलाकर, विशेषज्ञों की राय है कि बाजार का मूड सावधानीपूर्वक तेजी का बना हुआ है। निवेशकों को फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि गुणवत्ता वाले शेयरों को गिरावट पर खरीदने और जोखिम प्रबंधन के लिए आंशिक मुनाफावसूली की सलाह है।
(डिस्क्लेमर : इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव विशेषज्ञों की अपनी राय है। ये पीपुल्स अपडेट के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते। शेयर बाजार में निवेश में बहुत जोखिम होता है। निवेश से जुड़ा कोई भी निर्णय सावधानी से और विशेषज्ञों की सलाह से ही लें।)