
बुलढाणा। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश ने समृद्धि महामार्ग की गुणवत्ता और निर्माण पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मंगलवार को अचानक हुई भारी बारिश और बादल फटने जैसी स्थिति ने नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेसवे को तबाह कर दिया। मेहकर तालुका के सबरा-फरदापुर इंटरचेंज के पास महामार्ग का एक बड़ा हिस्सा पानी में डूब गया, जिससे आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई।
एक्सप्रेसवे पर वाहनों की लगी लंबी कतार
एक्सप्रेसवे के जलमग्न हिस्से का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि तेज बहाव के साथ पानी पूरे महामार्ग पर फैल गया है। यह दृश्य नागपुर की ओर जाने वाली लेन पर देखा गया, जहां पानी के तेज बहाव ने सड़क को नदी जैसा बना दिया। वीडियो में ट्रक, कार और अन्य वाहन फंसे हुए नजर आ रहे हैं और अंडरपास पूरी तरह जलमग्न है। ट्रक जैसे बड़े वाहन भी पानी से निकलने में नाकाम रहे।
हाल ही में हुआ था उद्घाटन
समृद्धि महामार्ग का अंतिम चरण 5 जून 2025 को उद्घाटित किया गया था। महज एक महीने के भीतर ही बारिश में इसकी हालत ने परियोजना की निर्माण गुणवत्ता और निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इससे पहले भी उद्घाटन से पहले इस एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा आंशिक रूप से ढह गया था। इसके अलावा, इगतपुरी-अमाने खंड में हल्की बारिश के बाद गड्ढे बन गए थे, जिन्हें बाद में मरम्मत किया गया। भारी बारिश के कारण न केवल वाहनों की आवाजाही रुकी, बल्कि एक्सप्रेसवे से सटे खेतों को भी भारी नुकसान पहुंचा।
परियोजना पर उठे सवाल
इस पूरे घटनाक्रम ने 55,000 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस महत्वाकांक्षी परियोजना की विश्वसनीयता पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। सरकार और संबंधित एजेंसियों से अब यह उम्मीद की जा रही है कि वे निर्माण की गुणवत्ता और निगरानी के मानकों की पुनः जांच करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस व्यवस्था करें।