Manisha Dhanwani
16 Oct 2025
काबुल। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने गुरुवार को दावा किया कि पाकिस्तान ने बुधवार को काबुल में दो ड्रोन हमले किए। यह हमला ऐसे समय में हुआ जब दोनों पड़ोसी देशों ने कई घातक सीमा संघर्षों के बाद 48 घंटे की सीजफायर की घोषणा की थी। तालिबान अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में काबुल के एक घर और एक अन्य स्थाान को निशाना बनाया गया। इस हमले में मारे गए लोगों की ठीक-ठीक जानकारी सामने नहीं आई है। स्थानीय अस्पतालों से पांच मौतों और दर्जनों के घायल होने की खबर है। काबुल में एक शल्य चिकित्सा केंद्र चलाने वाले इटली की एनजीओ एमरजेंसी ने बताया घायलों में कई की हालत गंभीर है। काबुल पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता खालिद जद्रान ने हमलों की पुष्टि की, लेकिन सटीक हताहतों की जानकारी नहीं दी। पहले तालिबान प्रवक्ता जबिहुल्लाह मुजाहिद ने इसे तेल टैंकर विस्फोट बताया था। पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि हमलों का उद्देश्य कट्टरपंथी ठिकानों को निशाना बनाना था।
बता दें कि काबुल पर पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक के बाद अफगान-पाक सीमा पर हिंसा बढ़ गई है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर कट्टरपंथियों को आश्रय देने का आरोप लगा रहे हैं। यूएन ने दोनों देशों से नागरिकों की सुरक्षा के लिए संघर्ष को स्थायी रूप से समाप्त करने का आग्रह किया। अस्थायी संघर्षविराम बुधवार शाम 6 बजे से लागू हुआ, ताकि रक्तपात रोका जा सके और बातचीत आगे बढ़ाई जा सके। पाक पीएम शहबाज शरीफ ने कहा अब गेंद अफगान तालिबान के पाले में है और संघर्षविराम का विस्तार काबुल की प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है। उन्होंने स्पष्ट किया पाकिस्तानी तालिबान के हमलों की योजना बनाने के लिए अफगान क्षेत्र का उपयोग नहीं होना चाहिए। इस दौरान, स्पिन बोल्डक के निवासी घर लौट रहे हैं और दुकानें खुल रही हैं। काबुल में सड़कें और इमारतें जो विस्फोटों से क्षतिग्रस्त हुई थीं, उन्हें सुधारने का काम शुरू हुआ।
पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सुरक्षा बलों ने कई अभियानों में प्रतिबंधित संगठन टीटीपी के 34 आतंकवादियों को मार गिराया। सेना ने कुरुवार को इसकी जानकारी दी। सेना की मीडिया शाखा, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर), ने बताया ये अभियान सोमवार और बुधवार के बीच प्रांत के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादियों की कथित मौजूदगी के बाद चलाए गए। इसमें कहा गया है कि ये अभियान उत्तरी वजीरिस्तान, दक्षिणी वजीरिस्तान और बन्नू जिलों में चलाए गए। इनमें फितना अल-ख्वारिज से जुड़े 34 आतंकवादी मारे गए। फितना अल-ख्वारिज शब्द का इस्तेमाल पाकिस्तानी अधिकारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादियों के लिए करते हैं। इसमें कहा गया है कि उत्तरी वजीरिस्तान जिले के स्पिनवाम इलाके में अभियान के दौरान 18 आतंकवादियों को मार दिया गया। दक्षिण वजीरिस्तान जिले में अभियान के दौरान आठ आतंकवादी मारे गए, तथा बन्नू जिले में भी इतने ही आतंकवादी मारे गए।
इस बीच, विदेश मंत्रालय (एमईए) ने पाकिस्तान की हालिया अफगानिस्तान के साथ झड़पों की कड़ी निंदा की और भारत ने अफगानिस्तान की संप्रभुता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। एमईए प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि इस मामले में तीन बातें स्पष्ट हैं-पहली, पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों की मेजबानी करता है और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देता है। दूसरी, पाकिस्तान अक्सर अपनी आंतरिक विफलताओं के लिए पड़ोसियों को दोष देता रहा है। तीसरी, पाकिस्तान को अफगानिस्तान द्वारा अपनी संप्रभुता का प्रयोग करना नागवार गुजरता है। उन्होंने जोर देकर कहा भारत पूरी तरह से अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता के प्रति प्रतिबद्ध है। हाल के हफ्तों में, पाकिस्तान ने काबुल और अन्य तालिबान नियंत्रण वाले क्षेत्रों में लक्षित हवाई हमले किए, जिसका जवाब तालिबान सरकार ने पाकिस्तान की सीमा पर सैन्य कार्रवाई से दिया। इस संघर्ष ने सीमा के पास की स्थिति को और जटिल कर दिया, जिसके बाद पाकिस्तान ने कड़ा जवाब देने का वादा किया। भारत ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की यह रवैया केवल अफगानिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन करने के प्रयासों और आतंकवाद को बढ़ावा देने के समान है, और भारत अफगानिस्तान के साथ अपने रणनीतिक सहयोग और समर्थन को बनाए रखेगा।