People's Reporter
7 Nov 2025
छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी जीत मिली है। नक्सली प्रवक्ता रूपेश उर्फ टी वासुदेव राव ने 140 साथियों के साथ सरेंडर कर दिया है। रूपेश पर 1 करोड़ रुपए का इनाम था, जबकि बाकी नक्सलियों पर 5 लाख से 25 लाख तक के इनाम घोषित थे। सरेंडर करने वालों में 10 सीनियर नक्सली भी शामिल हैं। इनमें रनिता, भास्कर, नीला उर्फ नंदे, और दीपक पालो जैसे टॉप लीडर हैं।
सभी नक्सली अपने ए-47, इंसास, SLR और 303 राइफलें लेकर इंद्रावती नदी के किनारे पहुंचे। उन्हें बोट के जरिए बीजापुर पुलिस के पास लाया गया। इलाके में भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को सभी नक्सली सीएम विष्णुदेव साय की मौजूदगी में औपचारिक रूप से आत्मसमर्पण करेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- अबूझमाड़ और नॉर्थ बस्तर नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त हो गए हैं। केवल साउथ बस्तर में कुछ बचे हैं, जिन्हें जल्द खत्म कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में 258 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं। सिर्फ जनवरी 2024 से अब तक 2100 नक्सली सरेंडर, 1785 गिरफ्तार और 477 मारे गए हैं। शाह ने कहा कि 31 मार्च 2026 तक भारत नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा।
15 अक्टूबर को कांकेर जिले में 50 से अधिक नक्सलियों ने भी BSF कैंप में सरेंडर किया था। इनमें राजू सलाम, कमांडर प्रसाद और मीना जैसे टॉप लीडर शामिल थे। सभी को बस के जरिए कैंप लाया गया और इलाके में हाई अलर्ट घोषित किया गया था।
इससे एक दिन पहले नक्सल संगठन के पोलित ब्यूरो सदस्य भूपति ने भी 60 साथियों के साथ महाराष्ट्र में आत्मसमर्पण किया था। भूपति पर 6 करोड़ से ज्यादा का इनाम था और वह माओवादी संगठन का वरिष्ठ नेता माना जाता था।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि पिछले 20 महीनों में 1,876 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं और अब सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने कहा- हमें पूरा भरोसा है कि आने वाले समय में और भी नक्सली समाज की मुख्यधारा में लौटेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक अब देश में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 18 से घटकर 11 रह गई है। इनमें सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हैं – छत्तीसगढ़ के बीजापुर, सुकमा और नारायणपुर।