Aniruddh Singh
16 Oct 2025
नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी पहली गैर-वाहन उत्पाद श्रेणी में कदम रखते हुए एक नई ऊर्जा भंडारण प्रणाली लॉन्च की है, जिसका नाम है ओला शक्ति । यह एक रेजीडेंशियल बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) है, जिसे घरों में बिजली के भंडारण और उपयोग के लिए तैयार किया गया है। यह उत्पाद भारत में हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने और बिजली आपूर्ति की कमी को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा अक्षय ऊर्जा का भंडारण सबसे बड़ी चुनौती है। हम काफी समय से इस पर काम कर रहे हैं। अब इस समाधान के साथ सामने आए हैं, जो सभी वर्गों के लिए उपयोगी साबित होगा।
अग्रवाल ने बताया कि कंपनी लंबे समय से एक ऐसे ऊर्जा नेटवर्क पर काम कर रही है, जिससे भारत में उत्पन्न होने वाली अक्षय ऊर्जा का लगभग आधा हिस्सा सुरक्षित किया जा सके और जरूरत के समय इस्तेमाल में लाया जा सके। इससे बिजली की मांग और आपूर्ति के बीच की खाई को पाटा जा सकेगा। ओला शक्ति में कंपनी की अपनी विकसित की हुई 4680 Bharat Cells का उपयोग किया जाएगा, यही वह एडवांस बैटरी सेल है, जिन्हें हाल ही में ओला ने अपने इलेक्ट्रिक स्कूटरों में शामिल किया है। कंपनी के अनुसार, यह बैटरी सिस्टम न केवल घरेलू उपयोग के लिए बल्कि कृषि, रक्षा, संचार और अन्य क्षेत्रों में भी इस्तेमाल की भरपूर संभावनाओं वाला है।
1. 1.5 केडब्ल्यूएच क्षमता वाला यूनिट ₹29,999 में।
2. 3 केडब्ल्यूएच (दो 1.5 केडब्ल्यूएच यूनिट मिलाकर) ₹55,999 में मिलेगी।
3. 5.2 केडब्ल्यूएच ₹1,19,999 में मिलेगी।
4. 9.1 केडब्ल्यूएच की कीमत ₹1,59,999 है।
5. ये कीमतें शुरुआती 10,000 यूनिट्स के लिए विशेष रूप से तय की गई।
6- ग्राहक केवल ₹999 देकर प्री-बुकिंग कर सकते हैं।
7-इनकी डिलीवरी 2026 की मकर संक्रांति से शुरू होगी।
कंपनी के अनुसार, शक्ति सिस्टम की बैटरी दक्षता 98% होगी और यह 120 से 290 वोल्ट के इनपुट वोल्टेज पर काम करेगी। इसे पूरी तरह चार्ज होने में केवल दो घंटे लगते हैं और यह फुल लोड पर 1.5 घंटे तक का पावर बैकअप दे सकती है। इसका निर्माण ओला की तमिलनाडु स्थित गीगाफैक्टरी में किया जाएगा। भाविश अग्रवाल ने बताया कि यह यूनिट मेड इन इंडिया कॉन्सेप्ट पर आधारित है, इसका डिजाइन, निर्माण और तकनीक पूरी तरह भारत में विकसित की गई है। ओला ने यह भी स्पष्ट किया कि यह गीगाफैक्टरी केवल वाहन बैटरी के लिए नहीं, बल्कि भविष्य में देश के ग्रिड एनर्जी स्टोरेज और बैटरी बैकअप सिस्टम्स के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इस लॉन्च के बाद ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 5% की तेजी दर्ज की गई और वे एनएसई पर ₹55.37 तक पहुंच गए। ओला का यह कदम भारत की हरित ऊर्जा क्रांति में एक मील का पत्थर है। शक्ति न केवल घरेलू बिजली उपयोगकर्ताओं के लिए ऊर्जा स्वतंत्रता की दिशा में अहम भूमिका निभाएगी, बल्कि यह भारत को सस्टेनेबल एनर्जी स्टोरेज टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी अग्रसर करेगी। निवेशकों ने भी ओला की इस पहल का स्वागत किया है। यह खबर सामने आने के बाद ओला के शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ गई है। जिसकी वजह से ओला के शेयर में 5 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह कंपनी के लिए क्रांतिकारी पहल साबित हो सकती है।