Aakash Waghmare
11 Nov 2025
स्पोर्ट्स डेस्क। जम्मू-कश्मीर ने रणजी में इतिहास रचते हुए दिल्ली को पहली बार 7 विकेट से हरा दिया है। 1960 में पहली बार जम्मू-कश्मीर ने रणजी ट्रॉफी खेला था। तब से अब तक टीम ने दिल्ली को कभी नहीं हराया था। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी कर रही दिल्ली की पहली पारी 211 रन पर सिमट गई थी। आकिब नबी ने 5 विकेट लिए। जवाब में जम्मू-कश्मीर ने 310 रन बनाए। कप्तान पारस डोगरा ने शतक लगाया।
दरअसल,यह पहली बार हुआ है रणजी ट्रॉफी में अब तक खेले गए मैचों के इतिहास में। 65 सालों में पहली बार जम्मू-कश्मीर ने दिल्ली की टीम को हराया। मैच में जम्मू-कश्मीर की टीम ने पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। बल्लेबाजी करने आई दिल्ली की टीम पहली पारी में 211 रन पर ढेर हो गई। पहली पारी में दिल्ली की तरफ से कप्तान आयुष बदोनी और आयुष डोसेजा के बीच 107 रन की साझेदारी हुई।
कामरान इकबाल की 133 रनों की नाबाद शतकीय पारी खेली, जबकि आकिब नबी और वंशज शर्मा की गेंदबाजी ने जम्मू-कश्मीर को दिल्ली पर ऐतिहासिक जीत दिलाई। बॉलिंग में जम्मू-कश्मीर से आकिब नबी ने पहली पारी में 35 रन देकर 5 विकेट चटकाएं और दिल्ली को 211 रन पर समेट दिया। वहीं दूसरी पारी में जब दिल्ली वापसी की राह पर थी, तब वंशज शर्मा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 68 रन देकर 6 विकेट लिए और दिल्ली की जीत के इरादों को नाकाम कर दिया।
एक अन्य मुकाबले में मध्यप्रदेश ने गोवा को 3 विकेट से हराया है। टीम ने 328 रन का टारगेट 7 विकेट खोकर हासिल कर लिया। टॉस जीतकर गोवा ने पहले बल्लेबाजी की और 284 रन बनाए। हालांकि मध्यप्रदेश की पहली पारी बहुत जल्दी ढह गई। टीम 187 रन पर ऑलआउट हो गई। गोवा ने दूसरी इनिंग में 230 रन बनाए और MP को 328 रन का लक्ष्य दिया। आखिरी दिन हर्ष ग्वाली, शुभम शर्मा और सारांश जैन की फिफ्टी से मध्यप्रदेश ने आखिरी घंटे में टारगेट हासिल कर लिया।