स्पोर्ट्स डेस्क। सरफराज खान की शतकीय पारी की बदौलत मुंबई ने गोवा को 87 रनों से मात दी। बुधवार को आज विजय हजारे ट्रॉफी के चौथे राउंड के मैच खेले गए। मैच में सरफराज ने 87 गेंदों का सामना कर 157 रन ठोक दिए। यह मैच जयपुरिया विद्यालय क्रिकेट ग्राउंड पर मुंबई ने 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 444 रन सेट किए थे।
9 चौके-14 छक्कों से सजी तूफानी पारी
सरफराज खान की विस्फोटक पारी में 9 चौके और 14 छक्के शामिल रहे, जिसने मुकाबले की दिशा पूरी तरह मुंबई के पक्ष में मोड़ दी। उनके अलावा हार्दिक तामोरे ने अहम 53 रन बनाए, जबकि मुशीर खान ने 60 रनों की उपयोगी पारी खेली। ओपनर यशस्वी जायसवाल ने भी तेज शुरुआत करते हुए 46 रन जोड़कर मजबूत नींव रखी। गोवा की गेंदबाजी की बात करें तो दर्शन सबसे सफल रहे और उन्होंने 3 विकेट झटके, वहीं वी. कौशिक और ललित यादव को 2-2 विकेट मिले।
अभिनव तराना का शतक पड़ा फीका
बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी गोवा की टीम दबाव में नजर आई और निर्धारित ओवरों में 9 विकेट खोकर 357 रन ही बना सकी। अभिनव तेजराना ने शानदार शतक लगाकर संघर्ष जरूर किया, लेकिन अन्य बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे पाए। लगातार विकेट गिरने से रनगति प्रभावित हुई और आखिरकार मुंबई ने यह मुकाबला अपने नाम कर लिया।
कर्नाटक ने 67 रनों से जीता मुकाबला
कर्नाटक के कप्तान मयंक अग्रवाल और देवदत्त पडिक्कल ने पुडुचेरी के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़े और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। देवदत्त पडिक्कल के लिए यह इस सीजन में चार मैचों के भीतर तीसरा शतक रहा। इससे पहले उन्होंने क्रमशः 22, 124 और 147 रनों की पारियां खेलकर अपनी शानदार फॉर्म का संकेत दिया था।
इस मैच में मयंक अग्रवाल ने कप्तानी पारी खेलते हुए 132 रन बनाए, जबकि पडिक्कल ने 113 रनों का अहम योगदान दिया। दोनों के बीच हुई बड़ी साझेदारी की बदौलत कर्नाटक ने निर्धारित ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 363 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी पुडुचेरी की टीम शुरुआत से ही दबाव में नजर आई और पूरी टीम 296 रन पर सिमट गई। कर्नाटक के गेंदबाजों ने अनुशासित प्रदर्शन किया और अंत में टीम ने 67 रनों से मुकाबला अपने नाम कर लिया।