Shivani Gupta
29 Sep 2025
Manisha Dhanwani
29 Sep 2025
वॉशिंगटन डीसी। मध्य पूर्व में लंबे समय से जारी इजराइल और हमास के संघर्ष में बड़ी राजनीतिक पहल सामने आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार, 29 सितंबर 2025 को वॉशिंगटन डीसी में मुलाकात की और गाजा में सीजफायर के लिए सहमति जताई। ट्रंप ने बताया कि, उनके नेतृत्व में तैयार 20-पॉइंट प्लान का उद्देश्य गाजा में स्थायी शांति और पुनर्निर्माण लाना है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के सीजफायर प्लान का स्वागत किया है।
मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। ट्रंप ने कहा कि, गाजा में युद्ध तुरंत बंद होगा, अगर हमास इस योजना को स्वीकार करता है। उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना में बंधकों और कैदियों की रिहाई, हमास के हथियारों का निष्कासन, और गाजा में अस्थायी प्रशासन बोर्ड की स्थापना शामिल है।
नेतन्याहू ने भी पुष्टि की कि इजराइल शांति की दिशा में प्रतिबद्ध है, लेकिन योजना के कार्यान्वयन में सुरक्षा और क्षेत्रीय हितों का ध्यान रखा जाएगा।
1. तुरंत युद्ध रोकना
इजराइल और हमास के बीच सहमति बनने पर गाजा में युद्ध तुरंत बंद होगा।
2. इजराइल की पीछे हटना
सहमति के बाद इजराइल अपनी सेनाओं को धीरे-धीरे गाजा से बाहर निकालेगा।
3. बंधकों की रिहाई
हमास 72 घंटे के भीतर सभी इजराइली बंधकों को छोड़ देगा, जिनमें जिंदा और मृत दोनों शामिल हैं।
4. कैदियों की रिहाई
युद्ध खत्म होने के बाद इजराइल गाजा में उम्रकैद काट रहे 250 लोगों और अन्य 1,700 कैदियों को रिहा करेगा।
5. शवों का आदान-प्रदान
हर मृत इजराइली कैदी के बदले 15 मृत फिलिस्तीनी कैदियों के शव लौटाए जाएंगे।
6. गाजा को आतंक मुक्त बनाना
गाजा से हमास के सभी ठिकाने और हथियार हटाए जाएंगे।
7. हमास प्रशासन में शामिल नहीं
हमास और अन्य लड़ाके गाजा की सरकार में हिस्सा नहीं लेंगे।
8. अंतरिम प्रशासन समिति
गाजा के लिए अस्थायी तकनीकी समिति बनाई जाएगी, जिसमें योग्य लोग शामिल होंगे।
9. शांति बोर्ड की स्थापना
इस बोर्ड की अध्यक्षता अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प करेंगे। इसमें टोनी ब्लेयर और अन्य देशों के नेता शामिल होंगे।
10. पुनर्निर्माण योजना
बोर्ड गाजा के विकास और सुधार की योजना बनाएगा और उसका खर्च उठाएगा।
11. मानव सहायता
गाजा को तुरंत पर्याप्त सहायता और मदद दी जाएगी।
12. विशेष व्यापार क्षेत्र
गाजा में विशेष व्यापारिक क्षेत्र बनाए जाएंगे, जिससे रोजगार बढ़ेगा।
13. लोगों की आजादी
किसी को गाजा छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा; जो चाहे जा सकता है और लौट सकता है।
14. सुरक्षा बल
एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल गाजा में सुरक्षा बनाए रखेगा।
15. पुलिस की ट्रेनिंग
सुरक्षा बल गाजा पुलिस को प्रशिक्षण देंगे और मदद करेंगे।
16. सीमा सुरक्षा
इजराइल और मिस्र की सीमाओं पर सुरक्षा मजबूत होगी।
17. लड़ाई बंद
युद्ध खत्म होने तक हवाई हमले और गोलाबारी रोकी जाएगी।
18. मानवाधिकार सुनिश्चित
अंतरराष्ट्रीय संगठन गाजा में मदद और सुरक्षा की निगरानी करेंगे।
19. शांति बातचीत
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शांति वार्ता शुरू होगी।
20. भविष्य की योजना
इस योजना का उद्देश्य गाजा में स्थायी शांति, विकास और बेहतर जीवन सुनिश्चित करना है।
हालांकि, हमास ने हथियार डालने से इनकार किया और कहा कि, उन्हें योजना का औपचारिक प्रस्ताव नहीं मिला। वहीं, फिलिस्तीनी सरकार और कई मुस्लिम देशों ने ट्रंप की पहल का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि यह पूरे पश्चिम एशिया में शांति, सुरक्षा और विकास लाएगी। मोदी ने उम्मीद जताई कि, सभी ट्रंप की पहल का समर्थन करेंगे और संघर्ष को खत्म कर शांति सुनिश्चित करने के प्रयास का समर्थन करेंगे।
इसके अलावा मिस्र, इंडोनेशिया, जॉर्डन, पाकिस्तान, कतर, सऊदी अरब, तुर्की और UAE ने भी संयुक्त बयान में ट्रंप के प्रयासों को सराहा।
नेतन्याहू ने दोहा हमले में मरने वाले कतर नागरिकों के लिए माफी मांगी। यह हमले गाजा में शांति वार्ता के बीच हुए थे। हमले के बाद कतर ने हमास और इजराइल के बीच मध्यस्थता रोक दी थी। ट्रंप ने भी इस पहल के दौरान पाकिस्तान और कतर के पीएम से संपर्क किया।
आर्थिक सौदा :
मिलिट्री बेस :
शांति वार्ता में भूमिका :
ट्रंप को गिफ्ट :
गाजा में संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 से जारी है, जब हमास ने इजराइल पर बड़े पैमाने पर हमला किया। इसके बाद इजराइली सेना ने गाजा में सैन्य ऑपरेशन शुरू किया। अब तक संघर्ष में 50,810 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं।
ट्रंप ने स्पष्ट किया कि, इस समझौते को अस्वीकार करता है तो इजरायल को हमास के खात्मा करने के लिए मेरा पूरा समर्थन रहेगा। योजना का उद्देश्य गाजा में स्थायी शांति, आतंकवाद से मुक्त प्रशासन, और स्थानीय नागरिकों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करना है। ट्रंप ने कहा कि कई फिलिस्तीनी शांति से रहना चाहते हैं। वहीं, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस योजना पर सहमति जताते हुए दीर्घकालिक समाधान के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि की।