Manisha Dhanwani
3 Oct 2025
Aniruddh Singh
3 Oct 2025
वॉशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कड़ी चेतावनी के कुछ ही घंटे बाद गाजा युद्ध पर बड़ी हलचल देखने को मिली है। हमास ने शुक्रवार देर रात ऐलान किया कि वह ट्रंप की 20 सूत्रीय शांति योजना के तहत गाजा में सीजफायर मानने को तैयार है। संगठन ने कहा कि, वह सभी 48 बंधकों जिंदा और मृत को रिहा करेगा और गाजा प्रशासन किसी स्वतंत्र फलस्तीनी निकाय को सौंपने के लिए तैयार है। हालांकि, हथियार छोड़ने (Disarmament) पर उसने कोई स्पष्ट रुख नहीं अपनाया।
3 अक्टूबर तक सीजफायर मानने की समयसीमा खत्म होने से पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर सख्त लहजे में चेतावनी दी थी कि, अगर समझौता नहीं हुआ तो हमास के खिलाफ अब तक की "सबसे बड़ी कार्रवाई" की जाएगी। इस दबाव का असर दिखा और महज छह घंटे के भीतर हमास ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वह बंधकों की रिहाई और गाजा प्रशासन सौंपने के लिए तैयार है।
हमास ने घोषणा की है कि वह सीजफायर लागू होने के 72 घंटे के भीतर सभी 48 बंधकों को रिहा करेगा। इनमें लगभग 20 जिंदा बताए जा रहे हैं। इसके बदले में इजराइल को 2,000 से अधिक फलस्तीनी कैदियों और मारे गए गाजावासियों के शव लौटाने होंगे।
इजराइल की ओर से भी संकेत मिले हैं कि, वह इस आदान-प्रदान पर सहमत है और गाजा से सेना हटाने की प्रक्रिया शुरू करने को तैयार है।
डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा युद्ध खत्म करने के लिए 20 बिंदुओं की योजना पेश की थी, जिनमें प्रमुख बिंदु हैं:
हमास ने भले ही सीजफायर और प्रशासनिक बदलाव पर सहमति जताई है, लेकिन उसने हथियार छोड़ने पर कुछ नहीं कहा। इजराइल और अमेरिका लंबे समय से हमास से निरस्त्रीकरण की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच आगे बातचीत होने की संभावना है।
कुछ दिन पहले इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वॉशिंगटन में ट्रंप से मुलाकात की थी। इसी बैठक के बाद ट्रंप ने यह शांति योजना पेश की थी। हमास के सकारात्मक संकेत के बाद अब नेतन्याहू के दफ्तर ने बयान जारी कर कहा कि इजराइल ट्रंप के प्लान के पहले चरण पर अमल करने को तैयार है। सेना को गाजा में बड़े हमले रोकने और सिर्फ जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
नरेंद्र मोदी (भारत) – बंधकों की रिहाई शांति की दिशा में अहम कदम है, भारत इस पहल का समर्थन करता है।
कीर स्टार्मर (ब्रिटेन) – इजराइल और फलस्तीनियों के लिए हम शांति की दिशा में सहयोग करेंगे।
इमैनुएल मैक्रों (फ्रांस) – गाजा सीजफायर संभव हुआ है, इसके लिए ट्रंप को धन्यवाद।
जॉर्जिया मेलोनी (इटली) – प्राथमिकता युद्ध रोकना और बंधकों की रिहाई होनी चाहिए।
कतर का विदेश मंत्रालय – हमास और इजराइल के बीच समझौते का समर्थन करते हैं और हर संभव मदद करेंगे।