Priyanshi Soni
27 Oct 2025
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उनके चुनावी दौड़ से बाहर होने की डेमोक्रेटिक पार्टी में बढ़ती मांग के बीच कहा कि वह राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ेंगे और अगले सप्ताह से प्रचार अभियान फिर शुरू करेंगे। बाइडेन कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में हैं। कुछ दिन पहले ही उनमें कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसके बाद से वह डेलावेयर स्थित अपने आवास पर पृथकवास में हैं। बाइडेन की ओर से शुक्रवार को उनके प्रचार अभियान दल ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है, ‘डोनाल्ड ट्रंप भविष्य को लेकर जो खतरनाक दृष्टिकोण रखते हैं, हम अमेरिकी वैसे नहीं हैं।
एक पार्टी और एक देश के रूप में हम उन्हें चुनाव में हरा सकते हैं और हराएंगे।’ इस बयान के एक दिन पहले ही मिलवाउकी में ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन' में ट्रंप को औपचारिक रूप पार्टी का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। बाइडेन ने कहा, ‘मैं अगले हफ्ते फिर से चुनाव प्रचार अभियान शुरू करने के लिए उत्सुक हूं, ताकि डोनाल्ड ट्रंप के प्रोजेक्ट- 2025 एजेंडे के जो खतरे हैं, उनके प्रति लोगों को आगाह कर सकूं। साथ ही अमेरिका के बारे में मेरा जो दृष्टिकोण है, उसे जनता के साथ साझा कर सकूं...।
’राष्ट्रपति ने गुरुवार रात ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन' में ट्रंप के भाषण की आलोचना भी की। बाइडेन ने ट्रंप के भाषण का जिक्र करते हुए कहा, ‘90 मिनट से अधिक समय तक वह केवल अपना दुखड़ा रोते रहे। उनके पास हमें एकजुट करने की कोई योजना नहीं है, कामकाजी लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की कोई योजना नहीं है।’ डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों की राय इस संबंध में बंटी हुई है कि बाइडेन नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को हराने में सक्षम हैं या नहीं। शुक्रवार को कम से कम 10 सदस्यों ने बाइडेन से इस्तीफा देने की मांग की।
कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने निजी बैठक में चर्चा करने के लिए सहमति जताई है। जेलेंस्की ने कहा कि बैठक में यूक्रेन में शांति तक पहुंचने में उठाये जाने वाले महत्वपूर्ण कदमों पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा, ‘हम ट्रंप के साथ व्यक्तिगत बैठक में इस संबंध में चर्चा के लिए सहमत हुए हैं कि स्थायी शांति स्थापित करने की दिशा में किस तरह से निष्पक्ष कदम उठाए जा सकते हैं।’ अगर वे चुने जाते हैं, तो वे रूस व यूक्रेन के बीच संघर्ष को तुरंत समाप्त कर देंगे।