Argentina vs France : मेसी के सपने और एम्बापे की हैट्रिक के बीच झूलते फीफा वर्ल्ड कप फाइनल में आखिरकार मेसी अपने करियर का आखिरी तिलिस्म तोड़ने में कामयाब रहे। पेनल्टी शूटआउट में फ्रांस को 4- 2 से हराकर अर्जेंटीना 36 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बना। अपने करियर का आखिरी वर्ल्ड कप खेल रहे मेसी की ख्वाहिश वर्ल्ड कप लाने की थी, जिसे उन्होंने पूरा किया। इससे पहले 2014 में वह वर्ल्ड कप से चूक गए थे। मेसी से पहले 1986 में डिएगो माराडोना ने अर्जेंटीना को वर्ल्ड कप दिलाया था। 36 साल बाद वर्ल्ड कप दिलाने का करिश्मा कर मेसी महानतम खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं।
पेनल्टी शूटआउट : कब-किसने दागा गोल
- 1-0 : फ्रांस के एम्बापे ने कॉर्नर में गोल दागा।
- 1-1 : अर्जेंटीना के मेसी ने लेफ्ट साइड में गोल दागा।
- 1-1 : फ्रांस के कॉमान का शॉट अर्जेंटीना के गोलकीपर ने मार्टीनेज ने रोका।
- 2-1 : अर्जेंटीना के डीबाला ने गोल दागा।
- 2-1 : फ्रांस के औरेलियन चौमेनी ने पेनल्टी मिस की।
- 3-1 : अर्जेंटीना के लीएंड्रो पेरेडेस ने गोल किया।
- 3-2 : फ्रांस के रांडल कोलो मुआनी ने गोल दागा।
- 4-2 : अर्जेंटीना के गोंजालो मोंटिएल ने गोल दागा।
अर्जेंटीना को तीसरी बार खिताब
फीफा वर्ल्ड कप के इतिहास में अर्जेंटीना ने तीसरी बार यह खिताब जीता है। इससे पहले उसे 1986 में खिताब मिला था, जबकि वह पहली बार 1978 में चैंपियन बना था। पिछले वर्ल्ड कप (2018) में फ्रांस चैंपियन बना था। इस बार फाइनल में पहुंचने के बाद वह लगातार दूसरी बार विश्व विजेता बनने की आस लगाए था, लेकिन फ्रांस का यह सपना मेसी के सपने के आगे नहीं टिका। इससे पहले 2006 में फ्रांस वर्ल्ड कप के फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में हार चुका है। इस बार पेनल्टी शूटआउट में यह उसकी दूसरी बार हार है।
पहले हाफ में एक शॉट तक नहीं मार पाया फ्रांस
वर्ल्ड कप के रोमांचक मुकाबले के बीच मैदान पर तो दर्शकों में जबरदस्त जोश था ही, टीवी पर भी लोग नजरें जमाए थे। ऑनलाइन माध्यमों के जरिये भी लोग पल-पल का अपडेट लेते रहे। पहले हाफ में तो अर्जेंटीना फ्रांस पर पूरी तरह हावी रहा। उसने फ्रांस की टीम को एक शॉट तक नहीं खेलने दिया। इस दौरान अर्जेंटीना 2-0 से आगे था।
मुकाबला बराबरी का होते ही थमीं सांसें
दूसरे हाफ का मुकाबला शुरू होने के बाद 62 मिनट के खेल में फ्रांस की टीम शॉट मारने की कोशिश तक नहीं कर पाई। हताश सी दिख रही टीम में जोश तब आया जब 80वें मिनट में एम्बापे ने पेनल्टी को गोल में बदला। इसके अगले ही मिनट उन्होंने फिर एक गोल मारकर फ्रांस की टीम में जान डाल दी। मुकाबला 2-2 की बराबरी आया, जो फुटबॉल प्रेमियों की सांसें रोक देने वाला था। यह रोमांच पल-पल बदलता रहा।
पेनल्टी शूटआउट में चूका फ्रांस
मुकाबला 2-2 पर बराबर होते ही मैच एक्स्ट्रा टाइम में चला गया। एक्स्ट्रा टाइम में मेसी ने 108वें मिनट में गोल दागा तो एम्बापे ने 10 मिनट बाद फिर बराबरी करके मैच को पेनल्टी शूटआउट में खींच दिया। शूटआउट में सब्स्टीट्यूट गोंजालो मोंटियेल ने निर्णायक पेनल्टी पर गोल दागा, जबकि फ्रांस के किंग्स्ले कोमैन और ओरेलियेन चोउआमेनी गोल करने से चूक गए ।
पीएम मोदी ने अर्जेंटीना को दी बधाई
मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा- यह फुटबॉल के सर्वाधिक रोमांचक मुकाबलों में गिना जाएगा। उन्होंने अर्जेंटीना को विजेता बनने की बधाई देने के साथ ही फ्रांस का भी उत्साहवर्धन किया।
https://twitter.com/narendramodi/status/1604539877152165889?s=20&t=eYzUUc9UT7YXMOblPMB2Pg
गोल्डन शूज के साथ उतरे थे मेसी

फाइनल मुकाबले के लिए मेसी शुरुआत से ही पूरी तरह तैयार थे। वह मैच में गोल्डन शूज के साथ उतरे थे। मेसी खुद और दर्शक भी उन्हें वर्ल्ड कप जाता देखना चाहते थे। आखिर मेसी ने अपना सपना पूरा किया।