Priyanshi Soni
4 Nov 2025
वॉशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष को लेकर बड़ा दावा किया है। ट्रंप ने कहा कि मई में भारत-पाकिस्तान के बीच जो सैन्य तनाव बढ़ा था, वह उनके हस्तक्षेप की वजह से थमा। उनका कहना है कि अगर अमेरिका ने कूटनीतिक दबाव न बनाया होता, तो यह जंग बड़ा रूप ले सकती थी, जिसमें दोनों परमाणु संपन्न देश आमने-सामने आ जाते।
व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन सांसदों के साथ डिनर के दौरान ट्रंप ने कहा- “मुझे लगता है, भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई में सच में पांच जेट विमानों को मार गिराया गया था।” हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया कि ये विमान किस देश के थे।
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से कहा था कि जब तक संघर्ष नहीं रुकता, अमेरिका व्यापार पर कोई बात नहीं करेगा। “हमने कहा कि अगर तुम हथियार चलाते रहोगे, तो हम व्यापार नहीं करेंगे। यह चेतावनी काम कर गई और दोनों देशों ने पीछे हटने का रास्ता चुना।”
ट्रंप पहले भी कई बार इस तरह के दावे कर चुके हैं। यह 15वीं बार है जब उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध या सीजफायर में ‘मध्यस्थ’ की भूमिका की बात कही है।
भारत का दावा – ऑपरेशन ‘सिंदूर’ में बड़ा नुकसान पहुंचाया गया
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, भारत ने 6 मई से 10 मई के बीच ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था। इस दौरान पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
भारतीय वायुसेना के राफेल और सुखोई-30 विमानों ने पाकिस्तान के पंजाब और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी वायुसेना का AEWC विमान (स्वीडिश तकनीक आधारित) भी भोलारी एयरबेस पर तबाह हुआ था।
पाकिस्तान का दावा – 6 भारतीय फाइटर जेट गिराए
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश कार्यालय के प्रवक्ताओं ने दावा किया कि उन्होंने भारत के 6 फाइटर जेट, जिनमें 3 राफेल भी थे, को मार गिराया है। पाकिस्तान ने यह भी कहा कि भारत को “काल्पनिक कहानियों” के बजाय यह स्वीकार करना चाहिए कि उसे बड़ा नुकसान हुआ है।
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने इस पूरे घटनाक्रम पर संतुलित बयान दिया। उन्होंने माना कि कुछ विमान जरूर गिराए गए, लेकिन यह संख्या उतनी अहम नहीं है जितना यह जानना कि वो क्यों गिराए गए। “संख्या मायने नहीं रखती, महत्वपूर्ण ये है कि हमने कहां गलती की, और उससे क्या सीखा। भारत ने जल्दी अपनी रणनीति बदली और पाकिस्तान को फिर से जवाब दिया।”
भारत के एयर मार्शल ए.के. भारती ने भी पुष्टि की थी कि भारत ने पाकिस्तान के कई उच्च तकनीक से लैस लड़ाकू विमान मार गिराए। हालांकि उन्होंने भी स्पष्ट संख्या नहीं बताई।
भारत ने जिन 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, उनमें शामिल हैं:
| ठिकाना | संगठन |
| मरकज सुभान अल्लाह, बहावलपुर | जैश-ए-मोहम्मद |
| मरकज तैयबा, मुरीदके | लश्कर-ए-तैयबा |
| सरजल, तेहरा कलां | जैश-ए-मोहम्मद |
| महमूना जोया, सियालकोट | हिज्बुल मुजाहिद्दीन |
| बरनाला, पंजाब | लश्कर-ए-तैयबा |
| कोटली, पीओके | जैश और हिज्ब के ठिकाने |
| मुजफ्फराबाद, पीओके | जैश-ए-मोहम्मद |
ट्रंप के दावे को लेकर भले ही स्पष्टता न हो, लेकिन यह साफ है कि मई में भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर था। हवाई हमले, विमान गिराए जाने के दावे और एक के बाद एक बयानबाज़ी ने माहौल को युद्ध जैसे हालात तक पहुंचा दिया था। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय दबाव, खासकर अमेरिका जैसे देश की कूटनीतिक सक्रियता, तनाव को थामने में एक भूमिका निभा सकती है भले ही वह उतनी निर्णायक न रही हो जैसा ट्रंप दावा करते हैं।