Aniruddh Singh
7 Nov 2025
मुंबई। देश के प्रमुख रिटेल निवेश प्लेटफॉर्म ग्रो (बिलियनब्रेंस गैराज वेंचर्स लिमिटेड) के आईपीओ में निवेशकों ने जबर्दस्त दिलचस्पी दिखाई है। कंपनी का पब्लिक इश्यू अंतिम दिन तक 17.6 गुना ओवर सब्सिक्राइब हुआ है। यानी जितने शेयर उपलब्ध थे, उससे लगभग 18 गुना अधिक आवेदन आए। इस आईपीओ में खुदरा निवेशकों और संस्थागत निवेशकों दोनों ने जबर्दस्त उत्साह दिखाया है। हालांकि, ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) यानी अनौपचारिक बाजार में मिलने वाला भाव 14.75% से घटकर सिर्फ 4% रह गया, जिससे यह संकेत मिला कि सट्टा मांग कुछ कमजोर पड़ी है।
बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, खुदरा निवेशकों ने अपने हिस्से के मुकाबले 9.43 गुना आवेदन किए, गैर-संस्थागत निवेशकों का हिस्सा 14.2 गुना और क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) का हिस्सा 22 गुना भरा गया। इसका मतलब है कि बड़े और छोटे दोनों निवेशकों ने इस इश्यू में गहरी दिलचस्पी दिखाई। यह इश्यू 4 नवंबर से 7 नवंबर 2025 तक खुला रहा। शेयरों का अलॉटमेंट 10 नवंबर को तय होगा और 12 नवंबर 2025 को बीएसई और एनएसई पर लिस्टिंग की संभावना है। ग्रो की स्थापना 2017 में ललित केशरे, हर्ष जैन, ईशान बंसल और नीरज सिंह ने की थी।
बेंगलुरु स्थित यह प्लेटफॉर्म आज देश का सबसे बड़ा रिटेल निवेश मंच बन चुका है, जिसके पास जून 2025 तक 47.9 मिलियन सक्रिय एनएसई यूजर्स हैं। यह संख्या 2016 की तुलना में नौ गुना अधिक है। कंपनी का प्लेटफॉर्म पूरी तरह डिजिटल है, जो शेयर, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, एफएंडओ, ईटीएफ, आईपीओ और डिजिटल गोल्ड में निवेश की सुविधा देता है। इसके साथ ही, कंपनी अब मार्जिन ट्रेडिंग और पर्सनल लोन सेवाओं में भी कदम रख चुकी है। वित्तीय प्रदर्शन के लिहाज से ग्रो ने शानदार परिणाम दिए हैं। वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी की आॅपरेटिंग इनकम 49% सालाना वृद्धि के साथ 3,901 करोड़ रुपए रही है।