नई दिल्ली। दुनिया का सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप ने हाल ही में यूजर्स को चेतावनी दी है कि अज्ञात हैकर्स एक संगठित हैकिंग कैंपेन चला रहे हैं। इसमें खासतौर पर एप्पल के डिवाइस टारगेट किए जा रहे हैं। कंपनी ने अपनी एडवाइजरी में बताया कि उसने तुरंत इस खामी (बग) को पैच कर दिया है, लेकिन संभावना है कि कई यूजर्स पहले ही स्पाइवेयर हमले का शिकार हो चुके हों।
कैसे हुआ यह हमला?
व्हाट्सऐप ने एक ऐसी खामी को खोजा, जिसके जरिये हैकर्स ने चुनिंदा यूजर्स पर हमला किया। इसी दौरान एप्पल ने भी एक दूसरी खामी CVE-2025-43300 को ठीक किया है। दोनों खामियों का इस्तेमाल मिलकर हैकर्स ने ऐसे हमले किए, जिनका मुख्य उद्देश्य था- यूजर्स का निजी डेटा चुराना।
अब सवाल यह है कि कैसे पता चले कि आपका फोन हैक हुआ है या नहीं? आम तौर पर फोन हैक होने पर कोई सीधी चेतावनी नहीं मिलती, बल्कि यह आपके फोन के व्यवहार में छोटे-छोटे बदलावों से समझा जा सकता है।
कैसे पहचानें कि फोन हैक हुआ है?
- बैटरी का तेजी से खत्म होना : अगर आपका फोन पहले पूरे दिन चल जाता था और अब आधे दिन में ही बैटरी खत्म हो जाती है, तो यह चिंता का संकेत हो सकता है। बैकग्राउंड में चल रहा मैलवेयर या स्पाइवेयर लगातार बैटरी खाता है।
- इंटरनेट डेटा का ज्यादा इस्तेमाल : बिना किसी अतिरिक्त उपयोग के अगर आपके मोबाइल डेटा की खपत बढ़ गई है, तो यह भी हैकिंग का संकेत है। स्पाइवेयर अक्सर आपकी जानकारी चुराकर बाहरी सर्वर पर भेजता है।
- फोन स्लो होना और बार-बार हैंग होना : फोन का अचानक धीमा होना, ऐप्स का क्रैश होना या बार-बार रीस्टार्ट होना इस बात की तरफ इशारा करता है कि फोन के प्रोसेसर पर अनचाहे सॉफ्टवेयर का दबाव है।
- अजीब पॉप-अप्स विज्ञापन : अगर बिना इंटरनेट ब्राउज किए आपके स्क्रीन पर अचानक विज्ञापन या पॉप-अप्स आने लगें, तो यह एडवेयर या स्पाइवेयर की मौजूदगी का संकेत है।
- अनजान ऐप्स का इंस्टॉल होना : फोन की ऐप लिस्ट को समय-समय पर चेक करें। अगर कोई ऐसा ऐप दिखे जिसे आपने इंस्टॉल नहीं किया, तो उसे तुरंत हटा दें। कुछ मैलवेयर खुद को सिस्टम ऐप की तरह छिपा भी लेते हैं।
- फोन का गर्म होना : बिना इस्तेमाल किए भी अगर आपका फोन बहुत गरम हो रहा है, तो हो सकता है कि बैकग्राउंड में कोई हानिकारक प्रक्रिया लगातार चल रही हो।
- अनजाने मैसेज और कॉल्स : अगर आपके परिवार या दोस्तों को आपके नंबर से अजीब मैसेज या कॉल जा रहे हैं, जबकि आपने उन्हें भेजे ही नहीं, तो समझ जाइए कि फोन हैक हो सकता है।
- सेटिंग्स में बदलाव : होमपेज बदल जाना, अजीब ब्राउज़र एक्सटेंशन का दिखना या सिक्योरिटी सेटिंग्स अपने आप डाउन होना भी फोन में छेड़छाड़ का इशारा है।
क्या करें सुरक्षित रहने के लिए?
- फोन और ऐप्स हमेशा अपडेट रखें।
- संदिग्ध लिंक और मैसेज पर क्लिक न करें।
- अनजान ऐप्स तुरंत हटाएं।
- डेटा और बैटरी उपयोग पर नजर रखें।
- जरूरत पड़ने पर फोन को रीसेट कर दें।