
नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान बुधवार को उस समय अचानक अफरा-तफरी मच गई जब देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कार्यक्रम के दौरान अचानक बेहोश हो गए। भाषण के बाद मंच से उतरते हुए धनखड़ अपने पुराने मित्र और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल से मिलने दर्शक दीर्घा की ओर बढ़े थे। दोनों एक-दूसरे को देखकर भावुक हो गए और जैसे ही उन्होंने पाल को गले लगाया, धनखड़ अचानक उनके कंधे पर बेसुध होकर गिर पड़े।
राजभवन में करेंगे रात्रि विश्राम
यह दृश्य देखकर मंच और पंडाल में उपस्थित लोग स्तब्ध रह गए। मौके पर तैनात उपराष्ट्रपति की डॉक्टर की टीम तुरंत हरकत में आई और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें होश में लाया गया। राहत की बात रही कि उनका स्वास्थ्य कुछ ही देर में सामान्य हो गया और इसके बाद वे राजभवन के लिए रवाना हो गए, जहां उनका रात्रि विश्राम निर्धारित है।
कुमाऊं विश्वविद्यालय में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे
धनखड़ का यह दौरा उत्तराखंड के तीन दिवसीय प्रवास का हिस्सा है। बुधवार को वे कुमाऊं विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। अपने संबोधन में उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की सराहना की और विद्यार्थियों को प्रेरणादायी संदेश भी दिए। भाषण के बाद वे मंच से उतरते हुए दर्शकों के बीच बैठे उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता और 1989 के लोकसभा सांसद महेंद्र सिंह पाल की ओर बढ़े, जो उस दौरान धनखड़ के सहपाठी व संसदीय सहयोगी रह चुके हैं।
दोनों की मुलाकात भावनात्मक क्षणों में बदल गई, लेकिन अचानक उपराष्ट्रपति की तबीयत बिगड़ जाने से कुछ देर के लिए कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न हो गया। विश्वविद्यालय प्रशासन और सुरक्षा अधिकारियों ने स्थिति को तत्काल नियंत्रित किया।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री को दी गई जानकारी
धनखड़ के अस्वस्थ होने की सूचना उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और राज्यपाल को तत्काल दी गई। राज्य सरकार की ओर से भी चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करवाई गई। सूत्रों के अनुसार उपराष्ट्रपति की स्वास्थ्य स्थिति अब पूरी तरह स्थिर है और एहतियातन उन्हें आराम की सलाह दी गई है।