भोपाल। आखिरकार एमपी में सबसे बड़े प्रशासनिक पद के मुखिया के नाम को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग ही गया। राज्य शासन ने इकबाल सिंह बैंस की सेवानिवृत्ति के बाद वीरा राणा को अगामी आदेश तक मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपने के आदेश जारी कर दिए। 1988 बैच की वीरा राणा कृषि उत्पादन आयुक्त के पद पर पदस्थ हैं और इकबाल सिंह बैंस के बाद वे एमपी में पदस्थ सबसे सीनियर ऑफिसर हैं। हालांकि वीरा राणा से सीनियर दो अन्य अफसर भी हैं लेकिन वे प्रतिनियुक्ति पर हैं। यही वजह है कि उनके नामों को दरकिनार कर वीरा राणा को सीएस बनाने का फैसला लिया गया।
इकबाल को नहीं मिला एक्सटेंशन
इधर, शिवराज सरकार के सबसे भरोसमंद मुख्य सचिव रहे इकबाल सिंह बैंस कल रिटायर हो जाएंगे। गुरूवार को होने वाली शिवराज कैबिनेट की बैठक में उन्हें औपचारिक तौर पर विदाई देने के साथ ही एमपी में महिला चीफ सेक्रेटरी के तौर पर वीरा राणा का कार्यकाल शुरू होगा। वे निर्मला बुच के बाद एमपी की दूसरी महिला सीएस बनने जा रही हैं। हालांकि कयास ये लगाए जा रहे थे कि इकबाल सिंह बैंस को तीसरी बार एक्सटेंशन मिल सकता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
लंबा रहा बैंस का कार्यकाल
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को पिछले साल 30 नवंबर को रिटायर होना था। 29 नवंबर की रात उन्हें 30 मई 2023 तक 6 महीने का पहला एक्सटेंशन मिला। दूसरी बार जब 30 मई करीब आने लगी तो सरकार के आग्रह पर इकबाल सिंह बैंस को दोबारा 6 महीने के लिए 30 नवंबर 2023 तक सेवा विस्तार दिया गया था। वे 24 मार्च 2020 को एमपी के मुख्य सचिव बनाए गए थे।