Shivani Gupta
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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में गुरुवार को डीएपी खाद की कमी को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायकों ने राज्य सरकार पर किसानों को पर्याप्त खाद न मिलने का आरोप लगाते हुए सदन में प्रदर्शन किया। हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष को दो बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। बाद में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 30 कांग्रेस विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने राज्य में डीएपी की मांग और आपूर्ति को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि किसानों को समय पर खाद नहीं मिल रही है और राज्य सरकार इस पर नाकाम साबित हो रही है। पटेल ने मांग की कि सहकारी समितियों और निजी वितरकों को दी गई डीएपी की मात्रा का पूरा ब्योरा सदन में दिया जाए।
कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2025 के खरीफ सीजन में केंद्र सरकार ने राज्य के लिए 3,10,000 मीट्रिक टन डीएपी का लक्ष्य तय किया है। अप्रैल से जून तक 2,19,100 मीट्रिक टन की आपूर्ति योजना जारी की गई थी, लेकिन 30 जून तक केवल 1,08,155 मीट्रिक टन की ही आपूर्ति हो सकी।
उन्होंने बताया कि रबी सीजन के 40,746 मीट्रिक टन बचे स्टॉक को मिलाकर कुल 1,48,900 मीट्रिक टन डीएपी का भंडारण किया जा चुका है। नेताम ने स्वीकार किया कि डीएपी की आपूर्ति लक्ष्य से कम है, लेकिन नैनो डीएपी और अन्य वैकल्पिक फॉस्फेटिक उर्वरकों को बढ़ावा देकर कमी को पूरा करने की कोशिश की जा रही है।
नेताम ने कहा कि कुल डीएपी का 64% स्टॉक सहकारी समितियों को और 36% निजी विक्रेताओं को आवंटित किया गया है। इस पर विपक्ष ने आरोप लगाया कि निजी क्षेत्र में खाद आसानी से मिल रही है जबकि सहकारी समितियों में कमी है। कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि निजी दुकानदार कालाबाजारी कर रहे हैं और किसानों से ऊंचे दाम वसूल रहे हैं।
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी विधायकों ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस सदस्य अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए और सरकार के खिलाफ विरोध जताने लगे। हंगामे के कारण अध्यक्ष रमन सिंह को सदन की कार्यवाही पहले 5 मिनट और फिर दोबारा स्थगित करनी पड़ी।
सदन की कार्यवाही पुनः शुरू होने पर अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा, नियमों के स्पष्ट उल्लंघन के बावजूद बार-बार अनुरोध के बाद भी कांग्रेस सदस्य नहीं माने। यह संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाने जैसा है। मुझे इस बात से गहरा दुख हुआ है।
हंगामे के जारी रहने पर अध्यक्ष रमन सिंह ने नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कुल 30 कांग्रेस विधायकों को निलंबित करने की घोषणा कर दी। उन्होंने विधायकों से सदन से बाहर जाने को कहा, लेकिन कांग्रेस विधायक अपनी जगह से नहीं हटे और नारेबाजी जारी रखी। इसके बाद अध्यक्ष ने कड़ा रुख अपनाते हुए दिन भर के लिए निलंबन की कार्यवाही की पुष्टि की।