Hemant Nagle
18 Nov 2025
उदयपुर। राजस्थान के बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ आज (8 अगस्त 2025) देशभर में 4500 सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। जून 2022 में उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल साहू की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था। अब इस घटना पर बनी यह फिल्म उस दिन की सच्चाई को बड़े पर्दे पर सामने लाने का प्रयास करती है।

फिल्म रिलीज के मौके पर कन्हैयालाल के बेटे यश और तरुण भी उदयपुर के अरबन स्क्वायर मॉल में फिल्म देखने पहुंचे। उनके साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। सिनेमाघर में कन्हैयालाल के लिए एक सीट आरक्षित की गई, जिस पर उनकी तस्वीर रखी गई थी। बेटों ने फोटो को माल्यार्पण कर अपने पिता को श्रद्धांजलि दी।
कन्हैयालाल के बेटे यश साहू ने भावुक होते हुए कहा, "यह फिल्म हमारे परिवार के दर्द की कहानी है। तीन साल हो गए लेकिन हमें अब तक न्याय नहीं मिला है। यह फिल्म आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई का प्रतीक है, किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं।"
उन्होंने कहा कि फिल्म को सेंसर बोर्ड, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी, लेकिन सूचना प्रसारण मंत्रालय और केंद्र सरकार ने क्लियरेंस देकर इसे रिलीज की मंजूरी दी। “इस फिल्म को देखकर लोग जानेंगे कि हमारे पिता की हत्या कैसे की गई। मैं चाहता हूं कि पूरे देश में लोग यह फिल्म देखें और हमारे न्याय के संघर्ष को समझें।”
कन्हैयालाल की पत्नी जसोदा साहू ने कहा, "हमने फिल्म का ट्रेलर देखा है, लेकिन पूरी फिल्म देखने की हिम्मत नहीं है। पहले भी जब हम थिएटर गए थे, हमें बहुत तकलीफ हुई थी। इसलिए इस बार मैं नहीं गई। मेरे बच्चे फिल्म देखने गए हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उन्होंने फिल्म की रिलीज के लिए अनुरोध किया था।
फिल्म की संवेदनशीलता को देखते हुए उदयपुर, जयपुर, जोधपुर और अन्य बड़े शहरों में पुलिस की तैनाती की गई है। सिनेमाघरों में पुलिस अधिकारी और जवान निगरानी कर रहे हैं। किसी भी प्रकार की अफवाह या विरोध की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस सतर्क है।
‘उदयपुर फाइल्स’ को भरत एस. श्रीनेट और जयंत सिन्हा ने निर्देशित किया है। फिल्म में विजय राज ने कन्हैयालाल का किरदार निभाया है, रजनीश दुग्गल इंटेलिजेंस अधिकारी ईश्वर सिंह की भूमिका में हैं। प्रीति झांगियानी पत्रकार बनी हैं। अन्य कलाकारों में कांची सिंह, मुस्तक खान, कमलेश सवंत और पुणीत वशिष्ठ शामिल हैं।
यह फिल्म क्राइम-थ्रिलर शैली में है और एक सच्ची घटना पर आधारित है। इसमें दिखाया गया है कि किस तरह एक चरमपंथी मानसिकता रखने वाले लोगों ने धार्मिक कट्टरता के नाम पर एक निर्दोष नागरिक की हत्या कर दी।
28 जून 2022 को राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल साहू की दिनदहाड़े दुकान में घुसकर हत्या कर दी गई थी। यह घटना एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद हुई, जिसमें कन्हैयालाल पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया गया था। इस घटना ने देशभर में आक्रोश फैला दिया था। अब इस फिल्म के जरिए उस दिल दहला देने वाली सच्चाई को देश के सामने लाया गया है।
कन्हैयालाल का परिवार आज भी न्याय की उम्मीद लगाए बैठा है। उनका कहना है कि यह फिल्म सिर्फ एक दस्तावेज नहीं, बल्कि उनकी लड़ाई की शुरुआत का नया अध्याय है। अब उन्हें भरोसा है कि देशभर की जनता के समर्थन से दोषियों को सजा मिलेगी।