नई दिल्ली। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में विरोध प्रदर्शनों के दौरान नागरिकों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसा बढ़ने पर भारत ने शुक्रवार को कड़ा बयान जारी किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तानी सेना निर्दोष लोगों पर बर्बरता कर रही है और पाकिस्तान को उसके मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
PoK में विरोध प्रदर्शन और हिंसा
- पिछले 5 दिनों से PoK में सब्सिडी कटौती और बुनियादी जरूरतों के मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
- प्रदर्शनकारी पाकिस्तान अधिकृत प्रशासन पर मौलिक अधिकारों की अनदेखी और महंगाई पर नियंत्रण न करने का आरोप लगा रहे हैं।
- इन प्रदर्शनों में अब तक 12 लोगों की मौत हुई है।
- पुलिस की कार्रवाई और विरोध प्रदर्शन के बीच तीन पुलिसकर्मी भी मारे गए।
- पाकिस्तान प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को प्रदर्शनकारियों के साथ पहली बातचीत की। संघीय मंत्री अहसान इकबाल ने मीडिया से कहा कि प्रदर्शनकारियों को “ऐसी आग न लगाएं जिससे दुश्मन देश को फायदा हो।”
भारत की प्रतिक्रिया
- रणधीर जायसवाल ने कहा कि PoK में विरोध और हिंसा पाकिस्तान के दमनकारी रवैये और अवैध कब्जे का परिणाम है।
- उन्होंने बताया कि भारत ने PoK के कई क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन की खबरें देखी हैं, जिनमें पाकिस्तानी सेना द्वारा निर्दोष नागरिकों पर की गई बर्बरता शामिल है।
- भारत का मानना है कि पाकिस्तान को उसके भयावह मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
बांग्लादेश सरकार पर भारत की टिप्पणी
- जायसवाल ने कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही है।
- बांग्लादेश के गृह सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने पिछले सप्ताह खगराछारी में हुई हिंसा के लिए भारत पर आरोप लगाए थे।
- भारत ने इन आरोपों को “झूठा और निराधार” बताया।
- बांग्लादेश को सलाह दी गई है कि वह चटगांव के पहाड़ी इलाकों में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा और जमीन हड़पने वाले कट्टरपंथियों की जांच करे।
MEA का बिश्नोई गैंग और सुरक्षा सहयोग पर बयान
- रणधीर जायसवाल ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) ने 18 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में कनाडा के राष्ट्रीय सुरक्षा एवं खुफिया सलाहकार से द्विपक्षीय बैठक की।
- बैठक में आतंकवाद निरोध, अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध और खुफिया आदान-प्रदान के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।
- दोनों पक्ष सुरक्षा सहयोग को मज़बूत करने और मौजूदा संपर्क तंत्र को और सुदृढ़ करने पर सहमत हुए।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री का भारत दौरा
- विदेश मंत्रालय ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से तालिबान के विदेश मंत्री को भारत आने की हरी झंडी मिल गई है।
- अफगानिस्तान के विदेश मंत्री 9 से 16 अक्टूबर तक भारत में रहेंगे।
ट्रंप-मोदी की संभावना
- मलेशिया के कुआलालंपुर में 26-28 अक्टूबर को आसियान सम्मेलन होने वाला है।
- विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सम्मेलन में शामिल होने की संभावना है।
- भारत का प्रतिनिधित्व किस स्तर पर होगा, इस बारे में बाद में जानकारी दी जाएगी।