Manisha Dhanwani
8 Nov 2025
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर राजनीतिक तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को सीतामढ़ी में आयोजित चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ ‘बड़े-बड़े लोग’ बिहार में पानी में डुबकी लगाकर चुनाव में डूबने की प्रैक्टिस कर रहे हैं। मोदी के इस बयान ने रैली में मौजूद हजारों समर्थकों के बीच हलचल पैदा कर दी और चुनावी सरगर्मियों में नया मोड़ ला दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ बड़े नेता अब बिहार में मछली देखने और पानी में डुबकी लगाने आ रहे हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि बड़े-बड़े लोग भी यहां की मछली देखने आ रहे हैं, पानी में डुबकी लगा रहे हैं… बिहार के चुनाव में डूबने की प्रैक्टिस कर रहे हैं।
कुछ दिन पहले राहुल गांधी बेगूसराय में मछुआरा समुदाय से मिलने पहुंचे थे। रैली के बाद वे तालाब में कूद पड़े और जाल डालने की प्रक्रिया में शामिल हुए। पूर्व मंत्री मुकेश सहनी और कन्हैया कुमार सहित कई मछुआरे उनके साथ कमर तक कीचड़ भरे पानी में उतरे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था और अब पीएम मोदी ने इसे चुनावी तंज के रूप में पेश किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवल राहुल गांधी पर ही नहीं, बल्कि बिहार के आरजेडी-नेतृत्व वाले विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अगर विपक्ष की सरकार बनी तो वे लोगों को ‘कट्टा’ दिखाकर डराएंगे और ‘हाथ ऊपर करवाएंगे’।
मोदी ने कहा कि मैं सुनकर कांप जाता हूं कि आरजेडी अपनी रैलियों में बच्चों से कह रही है कि बड़े होकर वे ‘रंगदार’ बनना चाहते हैं। बिहार को ऐसी सरकार नहीं चाहिए जिसमें कट्टा, कुशासन, क्रूरता और भ्रष्टाचार हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता के सामने विपक्ष के तानाशाही रवैये और एनडीए के विकास एजेंडे का स्पष्ट अंतर बताया कि जनता चाहती है ‘राजग सरकार’ न कि कट्टा वाली सरकार। राजग स्कूल बैग, कंप्यूटर, क्रिकेट बैट और हॉकी स्टिक को बढ़ावा देता है, जबकि विपक्ष डर और हिंसा फैलाता है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता अब ‘हैंड्स अप’ नहीं, बल्कि ‘स्टार्ट-अप’ चाहती है।
पीएम ने दावा किया कि उनकी रैलियों में जनता का संदेश स्पष्ट है- कट्टा नहीं, NDA चाहिए। चुनाव घोषित होने के बाद से पीएम मोदी ने एक दर्जन से ज्यादा रैलियां की हैं और जनता में एनडीए के प्रति उत्साह बढ़ रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। पहले चरण (6 नवंबर) में 64.69% मतदान हुआ, जो विपक्ष की नजर में बदलाव की उम्मीद का संकेत है। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि यह बढ़ा हुआ मतदान दिखाता है कि लोग बदलाव चाहते हैं।