Manisha Dhanwani
26 Oct 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून का असर धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार 26 अगस्त से सिस्टम में कमी आएगी। इसी वजह से उज्जैन संभाग के नीमच और मंदसौर जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार उज्जैन संभाग के नीमच और मंदसौर जिले में तेज बारिश की संभावना है। इसके साथ ही अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, दतिया, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में तेज हवाएं और बिजली गिरने का खतरा बताया गया है।
राजधानी भोपाल सहित अधिकांश जिलों में हल्की से तेज बारिश ही होने की संभावना है। इसके लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अगले 3 दिनों तक केवल कुछ जिलों में ही भारी बारिश होगी, जबकि बाकी जगह हल्की फुहारें पड़ेंगी।
मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के असर से बीते दिन ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन, पचमढ़ी, रतलाम, शाजापुर, श्योपुर, छिंदवाड़ा, सागर, सतना और धार समेत 15 जिलों में बारिश दर्ज की गई। राजधानी भोपाल में दोपहर के समय करीब आधे घंटे तक तेज पानी बरसा।
16 जून को मानसून ने मध्य प्रदेश में दस्तक दी थी। तब से अब तक प्रदेश में औसतन 35.5 इंच बारिश हो चुकी है। सामान्य तौर पर इस समय तक 28.6 इंच बारिश होनी चाहिए थी। यानी अभी तक 6.9 इंच ज्यादा पानी गिर चुका है।
प्रदेश की औसत सामान्य बारिश 37 इंच मानी जाती है। इस हिसाब से अब तक 96 प्रतिशत बारिश पूरी हो चुकी है। अब केवल डेढ़ इंच और पानी गिरने पर इस साल का कोटा भी पूरा हो जाएगा।