
मध्य प्रदेश के गुना में पुलिस और काले हिरण के शिकारियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। शिकारियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर SI राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम की हत्या कर दी। ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना शनिवार तड़के 3 से 4 बजे के बीच की बताई जा रही है। वहीं इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाईलेवल इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव, डीजीपी, एडीजी समेत बड़े पुलिस अधिकारी मौजूद रहेंगे।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार पुलिस को गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र में 7-8 मोटरसाइकिल सवार बदमाशों की सूचना मिली थी। पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ शिकारी हिरणों का शिकार करने गए हैं। पुलिस ने बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया। जिस पर बदमाशों ने फायरिंग शुरु कर दी। जिसमें पुलिस परिवार के जाबांज एसआई राजकुमार जाटव, हवलदार नीलेश भार्गव और सिपाही संतराम की मौत हो गई है।

घटनास्थल से हिरणों के 4 सिर, दो हिरणें जिनके सिर नहीं है और एक मोर पक्षी का शव बरामद हुआ है।

गृहमंत्री बोले- अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा…
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि गुना के पास अपराधियों की गोलीबारी में पुलिस के तीन जांबाज अफसर और कर्मचारी शहीद हुए हैं। अपराधी कोई भी हो, पुलिस से बचके जा नहीं सकते। अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। हमलावरों पर ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी।
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