Aniruddh Singh
7 Nov 2025
Aniruddh Singh
7 Nov 2025
मुंबई। ब्लूचिप शेयरों में तेज गिरावट की वजह से भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के पोर्टफोलियों में जुलाई माह में लगभग 66,000 करोड़ रुपए की गिरावट देखने को मिली है। ब्लूचिप शेयर लगातार स्थिर और भरोसेमंद प्रदर्शन करते हैं। उदाहरण के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, इंफोसिस, टीसीएस और एचडीएफसी बैंक जैसी बड़ी कंपनियों के शेयर लगातार अच्छा रिटर्न देने के लिए जाने जाते हैं। इन कंपनियों में किया गया निवेश आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है।
हाल के दिनों में अमेरिकी टैरिफ को लेकर जारी अनिश्चितता, नए आर्थिक ध्रुवीकरणों और भू-राजनीतिक तनावों की वजह से इन दिग्गज कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। एलआईसी के पोर्टफोलियो में इन कंपनियों का बड़ा हिस्सा है। ये कंपनियां चूंकि इन दिनों दबाव में हैं, इसलिए एलआईसी के पोर्टफोलियो में बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
एलआईसी स्थिर रिटर्न पाने के लिए हमेशा लंबी अवधि के लिए निवेश करती है। उसके पास बैंकिंग, आईटी, ऑटोमोबाइल, ऊर्जा और एफएमसीजी कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी है। जुलाई में अमेरिकी टैरिफ को लेकर जारी अनिश्चितता, भू-राजनीतकि तनाव, वैश्विक आर्थिक गुटबंदियां, विदेशी निवेशकों की बिकवाली, डॉलर के मुकाबले रुपए का कमजोर प्रदर्शन, कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की सख्त मौद्रिक नीति ने भारतीय शेयर बाजारों पर नकारात्मक असर डाला है। इसका सीधा असर उन कंपनियों के प्रदर्शन पर पड़ा है, जिससे एलआईसी के पोर्टफोलियो में गिरावट देखने को मिली है।
लार्जकैप कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का एलआईसी के पोर्टफोलियो में प्रमुख स्थान है। देश की इस सबसे बड़ी कंपनी ने जुलाई में कमजोर प्रदर्शन किया है। एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे बड़े बैंकों के शेयरों में भी गिरावट देखी गई। आईटी सेक्टर की कंपनियों इंफोसिस और टीसीएस के शेयर भी अमेरिकी बाजार में मंदी और आईटी सेवाओं की मांग में कमी की आशंका के कारण नकारात्मक प्रदर्शन किया है।
इन सभी वजहों से सम्मिलित प्रभाव के कारण एलआईसी के निवेश पोर्टफोलियो का मूल्य 66,000 करोड़ के लगभग घट गया है। हालांकि, इन कंपनियों के शेयरों की गिरावट अस्थाई है। लंबी अवधि में ये कंपनियां हमेशा ही अच्छा प्रदर्शन करती रही हैं। इस लिए माना जा रहा है कि एलआईसी के पोर्टफोलियो में आई गिरावट की अगले दिनों में भरपाई हो जाएगी।
एलआईसी जैसी बड़ी संस्थाएं बाजार में गिरावट आने पर अच्छे शेयरों में अपना निवेश और बढ़ाती हैं। वे बाजार में आने वाली हर गिरावट को एक अवसर के रूप में इस्तेमाल करती हैं। यही वजह है वे समेशा फायदे में रहती हैं। एलआईसी के पास 20 से अधिक बड़ी कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी है। बाजार जैसे ही करेक्शन से उबरेगा, एलआईसी के इन नुकसान की भरपाई हो जाएगी।
हालांकि जो लोग ब्लूचिप शेयरों में जल्द सुरक्षित रिटर्न की उम्मीद रखते हैं, उनके लिए जुलाई का महीना अच्छा नहीं रहा है। इस घटना से यह स्पष्ट हो जाता है कि बाजार में ब्लूचिप कंपनियों के शेयर भी पूरी तरह जोखिम मुक्त नहीं होते और वैश्विक तथा घरेलू आर्थिक कारक उन पर गहरा असर डाल सकते हैं। हालांकि, यह निवेश लंबे समय के निवेशकों के लिए बड़ी उपब्धियां लेकर आता है।