Naresh Bhagoria
6 Nov 2025
Aditi Rawat
5 Nov 2025
Bihar Election 2025: देश आज़ाद हुए 77 साल हो गए। इन 77 सालों में कई चुनाव हुए और कई सरकारें बनीं और बदलीं। लेकिन जमुई जिले के कुछ गांवों के लोगों के लिए अपने ही गांव में वोट देना अब तक सिर्फ सपना था। अब उनका यह सपना सच होने जा रहा है। जमुई के चार ऐसे गांवों में, जो नक्सल प्रभावित रहे हैं, पहली बार मतदान केंद्र बनाया गया है।
जमुई जिले के चिहरा थाना क्षेत्र के गगनपुर, बिदली, राजाडुमर और मंझलाडीह गांवों के लोग हर चुनाव में 20 किलोमीटर पैदल चलकर ही वोट डालने जाते थे। अब प्रशासन ने इन गांवों में पहली बार मतदान केंद्र स्थापित किया है, जिससे बुजुर्ग और महिलाएं भी आसानी से मतदान कर पाएंगी।
इन गांवों में पहले मतदान केंद्र नहीं बनता था क्योंकि यह क्षेत्र अत्यंत नक्सल प्रभावित है। सुरक्षा एजेंसियां मानती थीं कि चुनाव करवाना खतरे से खाली नहीं होगा। परिणामस्वरूप, लोगों को उनके मूलभूत लोकतांत्रिक अधिकार का पूरा लाभ नहीं मिल पाता था।
इस ऐतिहासिक मौके पर पुलिस अधीक्षक (SP) विश्वजीत दयाल ने गांव का दौरा किया। उन्होंने सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया और ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें मतदान के लिए निर्भीक होने का भरोसा दिलाया। SP दयाल ने कहा, “पूरी व्यवस्था की गई है, सघन गश्ती होगी, आप सब निर्भीक होकर मतदान करें।”
गगनपुर के पप्पू यादव ने बताया, “मैं 2009 से वोट डाल रहा हूं, लेकिन अब तक अपने गांव में वोट डालने का मौका नहीं मिला। अब बूथ बन जाने से हम सब बेहद खुश हैं।”
इन चार गांवों ने अब सिर्फ नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की पहचान नहीं रखी, बल्कि लोकतंत्र की आस्था का नया केंद्र बन गए हैं। 77 साल का लंबा इंतजार अब खत्म हुआ है और इस बार ग्रामीण अपने गांव में वोट डालकर भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में नया अध्याय लिखेंगे।