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‘आतंकियों को फंडिंग करने वाला यह दुष्ट देश’, भारत ने UN में पाकिस्तान को लगाई लताड़, रक्षा मंत्री के कबूलनामे से फंसे शहबाज

न्यूयॉर्क। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाकिस्तान की आतंकवाद समर्थक नीतियों को बेनकाब करते हुए उसे ‘दुष्ट राष्ट्र’ करार दिया। भारत की उप स्थाई प्रतिनिधि योजना पटेल ने स्पष्ट शब्दों में पाकिस्तान की पोल खोलते हुए कहा कि, वह आतंकियों को ट्रेनिंग और फंडिंग देने वाला देश है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाकिस्तान को घेरा

संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप स्थाई प्रतिनिधि योजना पटेल ने काउंटर टेररिज्म पर आयोजित एक अहम बैठक को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ खुद स्वीकार कर चुके हैं कि उनका देश आतंकवाद को समर्थन और वित्तीय सहायता देता रहा है। पटेल ने इसे वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा देने का जीता-जागता उदाहरण बताया।

ख्वाजा आसिफ का कबूलनामा

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू में यह स्वीकार किया था कि पाकिस्तान ने पिछले 30 सालों से अमेरिका के कहने पर आतंकवाद को पाला है। उन्होंने यह भी माना कि लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के पाकिस्तान के साथ पुराने संबंध रहे हैं। भारत ने इस कबूलनामे को दुनिया के सामने रखते हुए पाकिस्तान की असली तस्वीर उजागर कर दी। भारत ने कहा कि, पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला और क्षेत्र को अस्थिर करने वाला एक दुष्ट राष्ट्र है। दुनिया अब इस खतरे से और आंखें नहीं मूंद सकता है।

2008 के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला

योजना पटेल ने संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण के दौरान बताया कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई है। यह हमला 2008 में हुए मुंबई हमलों के बाद भारत में नागरिकों पर सबसे बड़ी आतंकवादी वारदात है। भारत दशकों से सीमा पार आतंकवाद का शिकार रहा है और इस दर्द को वह भलीभांति समझता है।

आतंकवाद के खिलाफ भारत को मिला वैश्विक समर्थन

योजना पटेल ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि भारत पहलगाम हमले के बाद दुनियाभर से मिले समर्थन और एकजुटता के लिए आभारी है। उन्होंने इसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का सबूत बताया। पटेल ने ‘पीड़ितों के संघ’ (VoTAN) जैसी पहलों का समर्थन करते हुए कहा कि आतंकवाद से लड़ाई में पीड़ितों को केंद्र में रखना बेहद जरूरी है।

पाकिस्तान की नीतियों पर उठे गंभीर सवाल

संयुक्त राष्ट्र में भारत ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए उसे निशाने पर लेते हुए कहा कि एक विशेष प्रतिनिधिमंडल मंच का दुरुपयोग कर रहा है और भारत के खिलाफ दुष्प्रचार फैला रहा है। योजना पटेल ने कहा कि दुनिया अब पाकिस्तान की हकीकत से मुंह नहीं मोड़ सकती। पाकिस्तान का आतंकवाद को समर्थन करना पूरी दुनिया के लिए खतरा बन चुका है।

भारत का संकल्प- आतंक के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी

योजना पटेल ने अपने संबोधन के अंत में स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए अपने प्रयास जारी रखेगा। भारत हर मंच पर आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाता रहेगा और दोषियों को बेनकाब करता रहेगा।

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