
भोपाल। शहर से लापता हुई एक युवती का मामला चौंकाने वाला मोड़ ले चुका है। हबीबगंज थाना क्षेत्र की इस युवती को शादी के नाम पर 2.75 लाख रुपए में राजस्थान के नरेंद्र नामक युवक को बेच दिया गया। इस सौदे में युवती की बचपन की सहेली और उसका रिश्तेदार भी शामिल थे।
2 फरवरी को कोचिंग नहीं जाने पर मां से डांट खाने के बाद घर से निकली किशोरी के लापता होने पर परिजनों ने 6 फरवरी को किडनैपिंग की FIR दर्ज करवाई थी।
राजस्थान से मिली थी पीड़िता की लोकेशन
डीसीपी शशांक गौतम ने बताया कि जांच के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं, जिसमें लड़की को 2.75 लाख रुपए में शादी के नाम पर बेचने और जबरन विवाह कराने की बात सामने आई है। कुछ समय बाद किशोरी ने खुद मदद के लिए अपने परिजनों को कॉल किया। कॉल ट्रेस कर पुलिस की टीम सीकर जिले के फतेहपुर (राजस्थान) पहुंची और लड़की को सकुशल बरामद किया। न्यायालय में बयान दर्ज कराने के बाद सच्चाई सामने आई।
पीड़िता ने बताया कि वह अपनी दोस्त अंकिता के पास झालावाड़ (राजस्थान) चली गई थी। जब अंकिता को पुलिस कार्रवाई की भनक लगी तो उसने अपनी ननद दुर्गा कसवे को बुलाकर लड़की को सौंप दिया।
नकली रिश्तों के पीछे था सौदे का षड्यंत्र
दुर्गा कसवे ने पीड़िता को कुसुम विश्वकर्मा नामक महिला से मिलवाया। कुसुम ने पीड़िता को 19 अप्रैल से 29 जून तक अपने घर में छिपा कर रखा। इसके बाद उसने अपने साथियों रोशनी, प्रदीप और सुनील की मदद से गुना जिले के आरोन ले जाकर 2.75 लाख रुपए में नरेंद्र कुमार (फतेहपुर, राजस्थान निवासी) को बेच दिया। नरेंद्र ने पीड़िता से एफिडेविट के जरिए जबरन शादी कर ली।
पुलिस गिरफ्त में कौन-कौन आया
- कुसुम विश्वकर्मा (पत्नी उमाशंकर, निवासी – बजरिया, भोपाल) : इस पर भोपाल के विभिन्न थानों में 5 आपराधिक केस दर्ज हैं – स्टेशन बजरिया, छोला मंदिर, कमला नगर, जहांगीराबाद, हबीबगंज।
- नरेंद्र डारा उर्फ मोदी (पिता रामलाल सिंह, निवासी – गारिंडा, फतेहपुर, राजस्थान) : उसके आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी स्थानीय थाना कोतवाली से मांगी गई है।
- फरार आरोपी : दुर्गा कसवे, रोशनी, प्रदीप जैन, सुनील एवं अन्य अज्ञात आरोपियों की तलाश जारी है। भोपाल पुलिस की टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।